अमृतसर रेल हादसा: प्रत्यक्षदर्शी का दावा, 'ट्रेन ड्राइवर ने नहीं बजाया था हॉर्न'
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अमृतसर रेल हादसा: प्रत्यक्षदर्शी का दावा, 'ट्रेन ड्राइवर ने नहीं बजाया था हॉर्न'

उधर, रेलवे का कहना है कि इस कार्यक्रम के लिये रेलवे द्वारा कोई मंजूरी नहीं दी गई थी. 

अमृतसर एसडीएम के मुताबिक, हादसे में 61 लोगों की मौत हुई है और कम से कम 72 से अधिक घायल हैं..(फोटो: PTI)

अमृतसर: पंजाब के अमृतसर के पास रावण दहन देख रहे सैकड़ों लोग ट्रेन की चपेट में आ गए. अमृतसर में मनावला और फिरोजपुर स्टेशनों के बीच यह हादसा हुआ. हादसे में 61 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. 80 लोग घायल बताए जा रहे हैं जिसमें 30 की हालत गंभीर बनी हुई है. पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर रावण दहन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थीं. उन्होंने बाद में कहा कि कोई भी नहीं जानता था कि हादसा कैसे हुआ. उधर, प्रत्यक्षदर्शी का दावा है कि  ट्रेन ड्राइवर ने हॉर्न तक नहीं बजाया था. 

अमृतसर एसडीएम के मुताबिक, हादसे में 61 लोगों की मौत हुई है और कम से कम 72 से अधिक घायल हैं जिन्हें अमृतसर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.  उधर, दशहरे के मौके पर अमृतसर के पास हुए हादसे को लेकर रेलवे का कहना है कि पुतला दहन देखने के लिए लोगों का वहां पटरियों पर एकत्र होना ‘‘स्पष्ट रूप से अतिक्रमण का मामला’’ था और इस कार्यक्रम के लिये रेलवे द्वारा कोई मंजूरी नहीं दी गई थी. रेल चालक द्वारा गाड़ी नहीं रोके जाने को लेकर सवाल उठने पर अधिकारी ने कहा, "वहां काफी धुआं था जिसकी वजह से चालक कुछ भी देखने में असमर्थ था और गाड़ी घुमाव पर भी थी."  

डीएमयू की चपेट में ज्यादा लोग आए
अधिकारियों ने बताया कि जालंधर से अमृतसर आ रही डीएमयू की चपेट में आने से लोग ज्यादा हताहत हुए. जो लोग दूसरे ट्रैक पर चले गए थे वे अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस की चपेट में आ गए. हादसे के बाद लोगों ने स्थानीय विधायक नवजोत कौर सिद्धु के खिलाफ नारेबाजी की जो रावण दहन कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर वहां मौजूद थीं। उन्होंने बाद में कहा कि हादसे के फौरन बाद वह अस्पताल पहुंचीं. नवजोत कौर ने कहा, ‘‘हर साल वहां दशहरा आयोजन होता है.’’ उन्होंने कहा कि वह हादसे से पहले ही वहां से चली गई थीं. एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि पटाखों के शोर की वजह से लोगों को आ रही ट्रेन की आवाज नहीं सुन सकी. 

दफ्तर और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे 
इस बीच पंजाब सरकार ने शनिवार को एक दिन के शोक का ऐलान किया है. दफ्तर और शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. सिंह ने अपना तयशुदा इजराइल दौरा स्थगित कर दिया है और वह अमृतसर जा रहे हैं. पंजाब सरकार ने मृतकों के परिजनों के लिये पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे का भी ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में घायल हुए सभी लोगों के लिए मुफ्त इलाज की घोषणा की है.  
 

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