भाजपा की आलोचना वाले ममता बनर्जी के बयान पर अरुण जेटली ने जताई निराशा
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भाजपा की आलोचना वाले ममता बनर्जी के बयान पर अरुण जेटली ने जताई निराशा

सारदा घोटाले में सांसद श्रृंजय बोस की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा भाजपा की आलोचना किए जाने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने निराशा जताई है। अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि वह ममता बनर्जी के बयान से काफी निराश हैं।

भाजपा की आलोचना वाले ममता बनर्जी के बयान पर अरुण जेटली ने जताई निराशा

ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : सारदा घोटाले में सांसद श्रृंजय बोस की गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा भाजपा की आलोचना किए जाने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने निराशा जताई है। अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि वह ममता बनर्जी के बयान से काफी निराश हैं। भाजपा ने सारदा चिटफंड घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की संलिप्तता का आरोप लगाया है। वहीं, इस घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने शुक्रवार को तृणमूल के राज्यसभा सांसद श्रृंजय बोस को गिरफ्तार किया। ममता ने कहा है कि उन पर हमले हुए तो उनकी पार्टी भी वार करेगी।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक जेटली ने कहा, 'सारदा घोटाले में कुछ तृणमूल नेताओं की गिरफ्तारी एवं उनसे पूछताछ पर दीदी की प्रतिक्रिया ने मुझे निराश किया है। टीएमसी से जुड़े कुछ लोगों ने पोंजी स्कीमों के जरिए पैसा बनाने में संलिप्त रहे हैं और उन्होंने छोटे निवेशकों को लूटा है।'

जेटली ने आगे कहा कि बंगाल में टीएमसी की जीत वाम पार्टी के कुशासन की प्रतिक्रिया थी। इसके अलावा वाम पार्टी के शासन को उखाड़ फेंकने के लिए कई राजनीतिक दल एक हो गए थे।

ममता ने शनिवार को कहा कि हम पर वार होता है तो हम जवाब देंगे। भाजपा के इस आरोप पर कि चिटफंड धोटाले में टीएमसी संलिप्त है, ममता ने नेताजी इनडोर स्टेडियम में कहा, 'मुझे भाजपा से चरित्र प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है...बंगाल के लोगों को मेरी विश्वसनीयता के बारे में पता है।'

मुख्यमंत्री ने कहा, 'श्रृंजय बोस को गिरफ्तार किया गया क्योंकि मैं धर्मनिरपेक्षता पर आयोजित सम्मेलन में शामिल हुई। मैं धर्मनिरपेक्ष मोर्चे में हजार बार शामिल हुंगी। अगर हम पर वार होता है तो हम जवाब देंगे। हम सभी चुनौतियों को स्वीकार करते हैं।'

ममता ने सीबीआई पर हमला करते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने इसकी विश्वसनीयता पर टिप्पणी की है। देश को चलाना आसान नहीं है। देश से प्रेम करना पड़ता है। पिछले छह महीनों में हर जगह दंगे हो रहे हैं। ममता ने केंद्र को पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की चुनौती दी।

ममता ने पार्टी की एक बैठक में कहा, ‘उन्हें मुझे जेल भेजने दीजिए, मैं इसे देखूंगी। मैं देखूंगी कि वहां कितनी बड़ी जेल है।’ बैठक में पार्टी के सांसद, विधायक और मंत्री भी शामिल हुए। ममता ने मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला तथा उनके तथा उनकी पार्टी के खिलाफ ‘प्रतिशोध’ लेने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र को राष्ट्रपति शासन लगाने तथा उन्हें गिरफ्तार करने की चुनौती दी।

उन्होंने कहा, ‘मैं उन्हें राष्ट्रपति शासन लगाने की चुनौती देती हूं। हम मतपत्रों के जरिए उसका जवाब देंगे। हम सत्ता के गुलाम नहीं हैं। हम सिर्फ लोगों के लिए काम करते हैं। हम अपने खिलाफ चुनिंदा तरीके से प्रतिशोध के खिलाफ प्रदर्शन आयोजित करेंगे।’ ममता ने कहा, ‘वे विरोध की सभी आवाजों को शांत करा देना चाहते हैं। वे मुझसे भयभीत हैं, इसलिए वे साजिश में लगे हैं।’

ममता ने कहा, ‘राजनीतिक प्रतिशोध के खिलाफ हमारी लड़ाई शुरू हो गयी है। उन्होंने हम पर प्रहार किया है, हम राजनीतिक रूप से जवाब देंगे।’ नेताजी इंडोर स्टेडियम में विभिन्न जिलों से हजारों पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हुए थे। कुछ पार्टी कार्यकर्ता स्टेडियम के बाहर भी जमा थे। पार्टी सांसद श्रृंजय बोस की शुक्रवार को हुई गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए ममता ने दावा किया कि भाजपा वास्तव में उन्हें निशाना बना रही है क्योंकि वह जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती के मौके पर दिल्ली में कांग्रेस द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुयी थीं। (एजेंसी इनपुट के साथ)

 

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