अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है, साथ ही पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी लोग दुखी हैं.
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नई दिल्ली: अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है, साथ ही पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी लोग दुखी हैं. अटल जी के निधन की खबर आते ही पाकिस्तान में लोग ट्वीट करके उन्हें श्रद्धांजलि देने लगे और कुछ ही मिनटों में #AtalBihariVajpayee ट्विटर पर टॉप ट्रेंड करने लगा, हालांकि बाद में ये दूसरे नंबर पर आ गया.
ज्यादातर लोग अटल जी द्वारा पाकिस्तान के साथ संबंधों को बेहतर करने के प्रयासों के लिए उनकी प्रशंसा कर रहे हैं. उनका कहना है कि अटल जी दोस्ती का पैगाम लेकर खुद पाकिस्तान आए, जो उनके दिल को छू गई. पाकिस्तान के लोगों का कहना है कि सच्चे अर्थों में सिर्फ अटल जी ने ही पाकिस्तान और भारत के संबंधों को सुधारने की कोशिश की.
पाकिस्तान में भी शोक की लहर
उमर आर कुरैशी ने लिखा, 'बीजेपी से होने के बावजूद अटल बिहारी वाजपेयी को पाकिस्तान में बहुत पसंद किया जाता था. इतना ही नहीं वो खुद दोस्ती बस से पाकिस्तान आए. यही वजह है कि वो पाकिस्तान में नंबर वन ट्रेंड कर रहे हैं.' उन्होंने अपने ट्वीट के साथ पाकिस्तान में अटल बिहारी वाजपेयी के टॉप ट्रेंड करने का स्नैप शॉट भी पोस्ट किया.
Despite being from the BJP, Atal Behari Vajpayee was quite a liked figure in Pakistan -- not least because he himself came to Lahore on the Dosti Bus - also explains why he's already trending at No 1 in Pakistan pic.twitter.com/pSEdt2Bxs5
— omar r quraishi (@omar_quraishi) August 16, 2018
पाकिस्तान की पत्रकार मेहर तरार ने लिखा, 'अटल बिहारी वाजपेयी साहब आपको श्रद्धांजलि. भारतीय प्रधानमंत्री, जो दोस्ती के पैगाम के साथ लाहौर सदा-ए-शहरद बस से आए. जिन्होंने कामना की कि भारत और पाकिस्तान खूनी इतिहास के आगे बढ़ें और दोस्त बनें. दुआ और परिवार के लिए संवेदना. भारत के लिए शोक.'
Rest in peace, Atal Bihari Vajpayee saheb.
The Indian prime minister who travelled to Lahore in the Sada-e-Sarhad bus with a message of dosti, who wished India & Pakistan to move beyond the bloodied history, and be friends.
Dua & condolences for the family.
Condolences to India— Mehr Tarar (@MehrTarar) August 16, 2018
जिबरान अशरफ ने लिखा, 'वास्तव में अटल साहब एक महान स्टेट्समैन थे और उनकी सरकार के समय भारत और पाकिस्तान वास्तविक शांति के एकदम नजदीक आ गए थे. उन्हें श्रद्धांजलि.' उन्होंने उम्मीद जताई कि अटल जी के निधन के बावजूद भारत और पाकिस्तान के बीच शांति बहाल हो सकेगी.
Indeed Atal sahib was a great statesman, and it was during his govt that Pakistan and India last came close to actual peace! May he RIP!
— Gibran Ashraf (@GibranAshraf) August 16, 2018
फैजल इकबाल ने लिखा, 'अटल बिहारी वाजपेयी भारत-पाकिस्तान शांति के सच्चे समर्थक और प्रतीक थे. शांति बहाली और दोनों देशों के बीच संबंधों को उदार बनाने के लिए उनके प्रयासों को हमेशा याद रखा जाएगा. वाजपेयी साहब आपको श्रद्धांजलि.'