बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन (जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस) के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान बुधवार को कर दिया गया। जेडीयू के कार्यालय में बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के उम्मीवारों की सूची का ऐलान किया। कुल 242 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। एक उम्मीदवार के नाम ऐलान बाद में किया जाएगा। नीतीश ने कहा कि सभी वर्गों के उम्मीदवारों को टिकट मिला है।
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पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन (जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस) के उम्मीदवारों के नामों का ऐलान बुधवार को कर दिया गया।
जेडीयू के कार्यालय में बुधवार को एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के उम्मीवारों की सूची का ऐलान किया। कुल 242 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया। एक उम्मीदवार के नाम ऐलान बाद में किया जाएगा। नीतीश ने कहा कि सभी वर्गों के उम्मीदवारों को टिकट मिला है। सभी वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व मिला है। पिछड़ा वर्ग से 55 फीसदी उम्मीदवारों को, सामान्य वर्ग से 16 फीसदी, एससी-एसटी को 16 फीसदी और मुस्लिम वर्ग से 14 फीसदी उम्मीदवारों को टिकट मिला है। टिकट बंटवारे में समाज के सभी वगों को उचित जगह दी गई है। इस सूची में लालू यादव के दोनों बेटों को टिकट मिला है। महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियों के उम्मीदवारों की संयुक्त रूप से घोषणा की गई।
नीतीश ने कहा कि इस चुनाव में विकास ही हमारा सबसे मुख्य मुद्दा है, हम विकास के आधार पर ही चुनाव लड़ेंगे। इस मौके पर नीतीश कुमार ने बीजेपी और आरएसएस पर जमकर प्रहार किया। एनडीए के घटक दलों में नाराजगी है। नीतीश ने आरएसएस पर प्रहार करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) आरक्षण की मौजूदा प्रणाली को ठीक नहीं मानता है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आरक्षण जारी रखने के खिलाफ हैं। मौजूदा आरक्षण मोहन भागवत को मंजूर नहीं है। आरएसएस का यह विचार खतरनाक है और ये विचार हमें मंजूर नहीं है। आरक्षण पर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी विभाजन की राजनीति करती है
नीतीश ने कहा कि जब आरएसएस प्रमुख ने ये बयान दे दिया है तो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अब कोई हैसियत नहीं है कि वे इसे नकार सकें। बीजेपी तो आरएसएस का राजनीतिक मुखौटा है। आएसएस के आगे बीजेपी की कोई औकात नहीं है। बीजेपी आरएसएस का राजनीतिक संगठन है।
उन्होंने कहा कि बिहार को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है केंद्र सरकार। केंद्र पर आंकड़ों की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए नीतीश ने कहा कि हम विकास पर बहस के लिए हम तैयार हैं।
आज घोषित सूची के अनुसार, राघोपुर से लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव लड़ेंगे। वहीं, महुआ से तेजप्रताप चुनाव लड़ेंगे। इस मौके पर तीनों पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष समेत कई आला नेता मौजूद थे।
गौर हो कि पहले दौर के चुनाव के लिए बुधवार को नामांकन का आखिरी दिन है। पहले दौर में 49 सीटों पर 12 अक्टूबर को वोटिंग होगी।