CBI ने कहा, एजेंसी हेडक्वार्टर में सीलिंग की खबर गलत, एक संस्था के तौर पर हम एकजुट
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CBI ने कहा, एजेंसी हेडक्वार्टर में सीलिंग की खबर गलत, एक संस्था के तौर पर हम एकजुट

सीबीआई ने कहा है कि बदलावों से किसी भी जांच पर कोई असर नहीं होगा और राकेश अस्थाना मामले में निष्पक्ष जांच होगी. 

सीबीआई हेडक्वार्टर (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: सीबीआई में कल रात से हुए बदलावों के बाद एजेंसी ने बयान जारी कर कहा है कि सीबीआई हेक्वार्टर में सीलिंग और छापे की खबर गलत है. सीबीआई ने कहा एक संस्थान के तौर पर हम एकजुट है. सीबीआई ने कहा है कि बदलावों से किसी भी जांच पर कोई असर नहीं होगा और राकेश अस्थाना मामले में निष्पक्ष जांच होगी. 

सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ रिश्वत मामले की जांच शीघ्रता और निष्पक्षता से की जाएगी. सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ रिश्वत मामले की जांच कर रही टीम में विश्वसनीयता पर खरे उतरे अधिकारीगण शामिल हैं. 

अस्थाना के खिलाफ जांच कर रही टीम में बड़े बदलाव 
वहीं इससे पहले बुधवार को सीबीआई ने अपने विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कर रही टीम में बड़े बदलाव कर दिए हैं. अब इस जांच टीम में बिल्कुल नए चेहरे शामिल किए गए हैं. अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जांच अधिकारी से लेकर पर्यवेक्षण स्तर तक के अधिकारी बदल दिए गए हैं. 

अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार की देर रात सीबीआई प्रमुख का प्रभार संभालने वाले 1986 बैच के ओड़िशा कैडर के आईपीएस अधिकारी एम. नागेश्वर राव ने पुलिस अधीक्षक के रूप में सतीश डागर को अस्थाना के खिलाफ दर्ज मामले की जांच का जिम्मा सौंपा है. डागर इससे पहले डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ मामलों की जांच कर चुके हैं. 

पुलिस अधीक्षक डागर की ओर से की जाने वाली जांच के पहले पर्यवेक्षण अधिकारी होंगे डीआईजी तरुण गाबा, जिन्होंने व्यापमं घोटाले के मामलों की जांच की थी. संयुक्त निदेशक स्तर पर वी. मुरुगेशन को लाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने कोयला घोटाले की जांच में मुरुगेशन पर भरोसा जताया था.

पिछले जांच अधिकारी डीएसपी ए. के. बस्सी को ‘‘जनहित’’ में ‘‘तत्काल प्रभाव’’ से पोर्ट ब्लेयर भेज दिया गया है. सीबीआई की ओर से जारी आदेश में यह जानकारी दी गई. अस्थाना ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) से की गई शिकायत में आरोप लगाया था कि सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा के निर्देश पर बस्सी उनके खिलाफ ‘भटकाने वाली जांच’ कर रहे हैं. 

राकेश अस्थाना और आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजा गया
इससे पहले विवादों में उलझे सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को सरकार ने छुट्टी पर भेज दिया है. देश की इस शीर्ष जांच एजेंसी के इतिहास में यह पहला ऐसा मामला है. एक सरकारी आदेश में कहा गया कि प्रधानमंत्री की अगुवाई वाली नियुक्ति समिति ने मंगलवार की रात संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से सीबीआई निदेशक के पद का प्रभार दिया है.  

इस आदेश का मतलब यह है कि सरकार ने सीबीआई के पदानुक्रम में संयुक्त निदेशक से वरिष्ठ स्तर यानी अतिरिक्त निदेशक रैंक के तीन अधिकारियों को दरकिनार कर नागेश्वर राव को एजेंसी के निदेशक का प्रभार दिया. जिन तीन अतिरिक्त निदेशकों को दरकिनार किया गया है उनमें ए के शर्मा भी शामिल हैं. अस्थाना की ओर से की गई शिकायत में शर्मा का नाम सामने आया था.

(इनपुट - एजेंसी)

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