Trending Photos
बीजिंग : अमेरिका के साथ रणनीतिक वार्ता के दौरान परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत को शामिल किए जाने पर चर्चा के सवाल पर चीन आज चुप्पी साधे रहा। लेकिन उसने इस मुद्दे पर समूह में पूरी तरह से चर्चा किए जाने और आमराय बनाने पर जोर दिया।
चीन के विदेश मंत्रालय ने एक सवाल के लिखित जवाब में कहा कि जो देश परमाणु हथियार अप्रसार समूह संधि (एनपीटी) में शामिल नहीं है उसे एनएसजी में शामिल किए जाने के विषय पर इसके अंदर सदस्यों में अब भी मतभेद है। मंत्रालय एनएसजी के लिए भारत द्वारा स्विटजरलैंड का समर्थन हासिल करने और अमेरिका के साथ रणनीतिक एवं आर्थिक वार्ता में मुद्दे के उठने के सवाल पर जवाब दे रहा था।
मंत्रालय ने कहा है कि इस मुद्दे पर आमराय बनाने के लिए समूह के अंदर लगातार और पूरी तरह से चर्चा किए जाने तथा सहमति के आधार पर कोई फैसला किए जाने का चीन पक्षधर है। यह हाल के हफ्तों में भारतीय मीडिया में चीन के रूख पर स्पष्ट रूप से सामने आया है।
हालांकि मंत्रालय ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या इस मुद्दे पर रणनीतिक वार्ता के दौरान चर्चा हुई जो द्विपक्षीय संबंधों और चीन एवं अमेरिका के बहुपक्षीय मुद्दों के सभी पहलुओं से जुड़ी हुई है।
अमेरिका ने 48 सदस्यीय एनएसजी में भारत को शामिल किए जाने का समर्थन किया है जबकि चीन कथित तौर पर पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है हालांकि इसका कहना है कि पाकिस्तान ने भी एनपीटी पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं। यह मुद्दा 9 जून को वियना में एनएसजी की पूर्ण बैठक में उठने की उम्मीद है।