RSS न होता तो वंदे मातरम् के बारे में न जान पाते : सीएम आदित्यनाथ योगी
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RSS न होता तो वंदे मातरम् के बारे में न जान पाते : सीएम आदित्यनाथ योगी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) न होता तो हम वंदे मातरम् के बारे में नहीं जान पाते. 

वंदे मातरम् पर बोले सीएम आदित्यनाथ योगी (फाइल फोटो-Zee)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) न होता तो हम वंदे मातरम् के बारे में नहीं जान पाते. उन्होंने कहा कि संघ की दी गई दृष्टि आज भी प्रासंगिक है. योगी मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पांच पूर्व सरसंघचालकों के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर केंद्रित पुस्तकों का साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में आयोजित लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे. 

  1. वंदे मातरम् पर बोले सीएम आदित्यनाथ योगी
  2. आरएसएस के कारण जानते हैं वंदे मातरम्
  3. दुनिया में संघ जैसा कोई स्वयंसेवी संगठन नहीं

प्रभात प्रकाशन द्वारा आयोजित इस समारोह में उन्होंने कहा कि इन पुस्तकों के माध्यम से कुछ लोगों द्वारा संघ के संबंध में फैलाई जाने वाली भ्रांतियों का निवारण होगा. संघ के पांचों पूजनीय सरसंघचालक वास्तव में इस राष्ट्रशरीर के पंच प्राण हैं. 

योगी ने कहा, "दुनिया में संघ जैसा कोई स्वयंसेवी संगठन नहीं है, जो बिना सरकारी मदद के अपने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ावा दे रहा है. 1925 से संघ स्वत: स्फूर्त भाव से सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को बढ़ाने का कार्य कर रहा है. संघ ने हमें दृष्टि दी है कि हम व्यक्तिवादी, परिवारवादी, जातिवादी न बनें, हम किसी मत-मजहब के हो सकते हैं, पर धर्म एक है, वह है राष्ट्रधर्म."

मुख्यमंत्री ने कहा, "पुस्तकों के माध्यम से ऐसे महान व्यक्तियों के जीवन के बारे में, जो समाज के लिए समर्पित थे, को जानने और पहचानने का मौका मिलेगा. पांचों दिवंगत विभूतियों ने समाज को बहुत कुछ दिया. जिसे अपने इतिहास का बोध नहीं होता वह अपने भूगोल को भी सुरक्षित नहीं कर सकता."

अयोध्‍या में बनेगी भगवान राम की विशाल प्रतिमा
योगी आदित्‍यनाथ सरकार अयोध्‍या में सरयू नदी के किनारे भगवान राम की 'भव्‍य प्रतिमा' स्‍थापित करने की योजना बना रही है. अपने प्‍लान 'नव्‍य अयोध्‍या' के तहत सरकार ये योजना बना रही है. धार्मिक पर्यटन बढ़ाने के मकसद से पर्यटन विभाग के इस प्रस्‍ताव को राज्‍यपाल राम नाईक के पास भेजा गया है. सरकार के इस प्रस्‍ताव में प्रतिमा की ऊंचाई 100 मीटर रखने की बात कही गई है लेकिन कई अधिकारियों के मुताबिक यह अभी अंतिम नहीं है.

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