आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कर्नल शहीद, एक पुलिसकर्मी जख्मी
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आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कर्नल शहीद, एक पुलिसकर्मी जख्मी

जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक मुठभेड़ में थलसेना का एक कर्नल शहादत को प्राप्त हो गया। जबकि एक सुरक्षाकर्मी के जख्मी होने की खबर है।

आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कर्नल शहीद, एक पुलिसकर्मी जख्मी

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक अभियान के दौरान आतंकवादियों से मुठभेड़ में थलसेना के पारा कमांडो फोर्स के एक कर्नल शहीद हो गए जबकि एक पुलिसकर्मी के जख्मी होने की सूचना है। 39 साल के कर्नल संतोष महादिक की अगुवाई में सेना कश्मीर के एक घने जंगल में जब अभियान चला रही थी उस वक्त आतंकवादियों ने पूरे दल पर फायरिंग शुरू कर दी।

अधिकारियों ने बताया कि 41 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग अधिकारी कर्नल संतोष उस वक्त गंभीर रूप से जख्मी हुए जब उनकी अगुवाई में अभियान चला रहे सुरक्षाकर्मियों के एक दल पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से सटी नियंत्रण रेखा के पास स्थित हाजी नाका के घने जंगलों में आतंकवादियों ने फायरिंग कर दी।

पारा कमांडो के रेजिमेंट से जुड़े रहे संतोष को जख्मी होने पर तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।

महाराष्ट्र के रहने वाले संतोष 1998 में थलसेना में शामिल किए गए थे। अधिकारियों ने बताया कि फायरिंग में एक पुलिस कांस्टेबल भी जख्मी हुए । अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।

उन्होंने बताया कि अंतिम सूचना मिलने तक आतंकवादियों की धरपकड़ के लिए अभियान जारी था। थलसेना और पुलिस दल पर उस वक्त फायरिंग की गई जब वह जंगल में छिपे आतंकवादियों के सफाये के लिए 13 नवंबर को शुरू किए गए एक अभियान के तहत छापेमारी कर रहे थे। अभियान के पहले दिन थलसेना का एक जवान भी जख्मी हुआ था। एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि कर्नल संतोष के परिवार में उनकी पत्नी और दो बच्चे हैं। उन्होंने बताया कि थलसेना दुख की इस घड़ी में उनके परिवार को पूरा समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रवक्ता ने बताया कि कर्नल एक सच्चे सिपाही थे और उन्होंने कई सफल आतंकवाद निरोधक अभियानों का संचालन किया।

प्रवक्ता ने बताया, ‘मूलत: स्पेशल फोर्सेज से संबंध रखने वाले अधिकारी को आतंकवाद निरोधक अभियानों में साहस, वीरता एवं नेतृत्व के प्रदर्शन के लिए सेना मेडल से भी सम्मानित किया जा चुका है।’ उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल डी एस हुड्डा ने बहादुर कमांडिंग अधिकारी की मृत्यु पर शोक प्रकट किया है।

लेफ्टिनेंट जनरल हुड्डा ने कहा, ‘हम संतोष जैसे अधिकारियों के प्रति आभार प्रकट करते हैं जो आगे रहकर मोर्चा संभालते हैं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हर कीमत चुकाने के लिए तैयार रहते हैं।’

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