राष्ट्रपति चुनाव को लेकर महागठबंधन (कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार के एनडीए प्रत्याशी को समर्थन देने के ऐलान के बाद राजनीतिक गलियारों में महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बाद कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है.
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नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव को लेकर महागठबंधन (कांग्रेस, आरजेडी और जेडीयू) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. राष्ट्रपति चुनाव में नीतीश कुमार के एनडीए प्रत्याशी को समर्थन देने के ऐलान के बाद राजनीतिक गलियारों में महागठबंधन की एकजुटता पर सवाल उठने लगे हैं. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बाद कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया है.
Haraane mein unka kaam hai, humara thodi. Apne state ki Dalit leader ko haraane ki pehle announcement to unhone ki: GN Azad on Nitish Kumar pic.twitter.com/4K89TQNdD4
— ANI (@ANI_news) June 26, 2017
हराने की पहले ही घोषणा कर दी
कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को कहा कि हराना उनका काम है, हमारा नहीं. उन्होंने कहा कि नीतीश ने अपनी राज्य की दलित नेता के हराने की पहले ही घोषणा कर दी. आजाद ने नीतीश पर कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि जिनके कई सिद्धांत होते हैं वे अलग-अलग फैसले लेते हैं. आजाद ने कहा, 'जिन लोगों का एक सिद्धांत होता है वह एक फैसला लेते हैं, लेकिन जो कई सिद्धांतों को मानते हैं. वह अलग-अलग फैसले लेते हैं.
पूछा पहले दो बार याद क्यों नहीं आई
गौरतलब है कि 23 जून को जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने कहा था कि सप्रंग ने राष्ट्रपति चुनाव में 'बिहार की बेटी' को उम्मीदवार हराने के लिए बनाया गया है. नीतीश ने कहा था, 'क्या बिहार की बेटी का चयन हराने के लिए किया गया? जिताने के लिए क्यों नहीं किया गया? दो बार मौका था तब क्यों नहीं याद आई बिहार की बेटी?'
लालू ने पुनर्विचार की अपील की थी
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार को 'बिहार की बेटी' बताते हुए नीतीश कुमार से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने की अपील की थी. लालू ने कहा था कि अगर नीतीश ऐसा नहीं करते हैं तो यह ऐतिहासिक भूल होगी. गौरतलब है कि राष्ट्रपति चुनाव में जदयू ने राजग उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देने का ऐलान किया है, वहीं राजद और कांग्रेस मीरा कुमार के पक्ष में हैं.
संयम बरते महागठबंधन के नेता : तेजस्वी
वहीं महागठबंधन में शामिल जदयू और राजद के बीच जुबानी जंग छिड़ने पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गठबंधन के नेताओं को बयान देते समय संयम बरतने की हिदायत दी. तेजस्वी ने कहा, महागठबंधन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को कोई बयान देते वक्त संयम बरतना चाहिए. राजद प्रमुख लालू प्रसाद के छोटे बेटे तेजस्वी ने जोर देते हुए कहा कि महागठबंधन हिमालय की तरह मजबूत है.
उन्होंने कहा कि अब तक जदयू ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ कोई अपमानजनक बयान नहीं दिया है. तेजस्वी का बयान राजद और जदयू नेताओं के आरोप प्रत्यारोप के मद्देनजर आया है. राजद सूत्रों ने कहा कि प्रसाद ने अपनी पार्टी के प्रवक्ता से इस मुद्दे पर गठबंधन साझेदारों के बीच मीडिया में चल रहे भ्रम को दूर करने के लिए कहा था.