कॉरपोरेट जासूसी मामला: 2 आरोपियों को पांच दिन की पुलिस हिरासत
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कॉरपोरेट जासूसी मामला: 2 आरोपियों को पांच दिन की पुलिस हिरासत

दिल्ली की एक अदालत ने कॉरपोरेट जासूसी मामले में कोयला, पर्यावरण और परिवहन एवं अन्य मंत्रालयों के संवेदनशील दस्तावेज कथित तौर पर हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार दो व्यक्तियों को पांच दिन के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया।

नई दिल्ली : दिल्ली की एक अदालत ने कॉरपोरेट जासूसी मामले में कोयला, पर्यावरण और परिवहन एवं अन्य मंत्रालयों के संवेदनशील दस्तावेज कथित तौर पर हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार दो व्यक्तियों को पांच दिन के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया।

मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट सतीश कुमार अरोड़ा ने गुरुवार को वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पीएस जितेंद्र नागपाल और यूपीएससी के एक सदस्य के पीए विपिन कुमार को तब पुलिस हिरासत में भेज दिया जब दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने पूछताछ करने के लिए उन्हें हिरासत में देने की मांग की।

जितेंद्र और विपिन को अपराध शाखा ने कल शाम दूसरी प्राथमिकी के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। दूसरी प्राथमिकी में पहले उर्जा सलाहकार लोकेश समेत पांच लोगों को नामजद किया गया था। लोकेश को 20 फरवरी को अपराध शाखा ने कॉरपोरेट जासूसी मामले में दूसरे मोड्यूल पर छापेमारी के दौरान गिरफ्तार किया था।

सुनवाई के दौरान अदालत ने जांच अधिकारी से पूछा कि मामले में उनकी क्या भूमिका थी।

इसपर जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि वे गोपनीय दस्तावेज हासिल कर रहे थे और लोकेश को चोरी के दस्तावेज प्रदान करते थे।

जांच अधिकारी ने पुलिस हिरासत की मांग करते हुए कहा, ‘‘कोयला, बिजली, पर्यावरण और परिवहन मंत्रालयों से संबंधित विभिन्न गोपनीय दस्तावेज उनके पास से बरामद किए गए हैं।’’

सुनवाई के दौरान अदालत ने गौर किया कि आरोपी की तरफ से कोई वकील मौजूद नहीं था। इसपर अदालत ने दोनों को कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए सुनील पाराशर को उनका वकील नियुक्त किया।

पाराशर ने अदालत को सूचित किया कि चूंकि उन्हें आरोपी के खिलाफ लगाए गए आरोपों के बारे में कोई जानकारी नहीं है इसलिए उन्हें प्राथमिकी का अध्ययन करने के लिए कुछ वक्त चाहिए। इसके बाद अदालत ने आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया।

दिल्ली पुलिस ने 19 फरवरी को पेट्रोलियम मंत्रालय के दो कनिष्ठ अधिकारियों और तीन अन्य बिचौलियों को उर्जा कंपनियों को गोपनीय सरकारी दस्तावेज लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

पुलिस ने 20 फरवरी को दो उर्जा सलाहकारों शांतनु सैकिया और प्रयास जैन तथा शीर्ष उर्जा कंपनियों के पांच वरिष्ठ अधिकारियों-आरआईएल के शैलेश सक्सेना, एस्सार के विनय कुमार, केयर्न्‍स के के के नायक, जुबिलैंट एनर्जी के सुभाष चंद्रा और एडीएजी रिलायंस के रिषी आनंद को गिरफ्तार किया था। अपराध शाखा ने दो प्राथमिकियों के सिलसिले में अब तक कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।

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