माकपा ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक कदम जारी रखने की वकालत की
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माकपा ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक कदम जारी रखने की वकालत की

माकपा ने सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने तथा पाकिस्तान के साथ तनाव में कमी लाने के लिए ‘‘राजनयिक एवं राजनीतिक’’ कदम उठाने का शनिवार को  केंद्र से अनुरोध किया तथा उम्मीद जतायी कि निकट भविष्य में दोनों देशों के बीच टकराव में और वृद्धि नहीं होगी।

माकपा ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक कदम जारी रखने की वकालत की

कोलकाता : माकपा ने सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने तथा पाकिस्तान के साथ तनाव में कमी लाने के लिए ‘‘राजनयिक एवं राजनीतिक’’ कदम उठाने का शनिवार को  केंद्र से अनुरोध किया तथा उम्मीद जतायी कि निकट भविष्य में दोनों देशों के बीच टकराव में और वृद्धि नहीं होगी।

पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने सीमा पार आतंकवाद से लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी केंद्र से आग्रह किया।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम भारतीय सेना के आपरेशन पर नजर रख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि अब, पठानकोट में जो हुआ और हाल में उरी में हुआ, उसकी पुनरावृत्ति नहीं होगी। हम महसूस करते हैं कि सरकार को सीमा पार आतंकवाद से अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।

येचुरी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अब आगे टकराव में और वृद्धि नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने तथा तनाव कम करने के लिए राजनयिक एवं राजनीतिक कदम जारी रखने का केंद्र से अनुरोध करते हैं।

यह पूछे जाने पर माकपा पाकिस्तान के साथ क्यों बातचीत के पक्ष में है जबकि विगत में ऐसे प्रयास नाकाम रहे हैं, येचुरी ने कहा कि कुछ मीडिया समूह हैं जो हम पर (माकपा) राजद्रोह का आरोप थोपना चाहते हैं। उन्होंने सवाल किया कि देश के हित में क्या है? उन्होंने कहा कि भारत.पाक वार्ता इस सरकार के घोषित एजेंडा में है।

उन्होंने दावा किया कि देश की विदेश नीति में ‘अमेरिका की ओर झुकाव’’ इसे अमेरिका विरोधी आतंकवादी समूहों का निशाना बना रहा है।

उन्होंने कहा, कि भारत जितना अमेरिका के करीब होगा, अमेरिका विरोधी आतंकवादी समूहों के लिए यह उतना ही नाजुक होगा। 

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