शरद यादव और अली अनवर को अयोग्य ठहराने के फैसले पर येचुरी ने उठाए सवाल
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शरद यादव और अली अनवर को अयोग्य ठहराने के फैसले पर येचुरी ने उठाए सवाल

माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने वरिष्ठ नेता शरद यादव को राज्यसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने के फैसले के नकारात्मक असर के प्रति आगाह करते हुये कहा है कि सभापति के फैसलों को सवालों से ऊपर होना चाहिये.

सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता समाप्त किए जाने पर उठाए सवाल (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने वरिष्ठ नेता शरद यादव को राज्यसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने के फैसले के नकारात्मक असर के प्रति आगाह करते हुये कहा है कि सभापति के फैसलों को सवालों से ऊपर होना चाहिये. जदयू के राज्यसभा सदस्य यादव और अली अनवर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू द्वारा कल सदन की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने पर येचुरी ने मंगलवार को अपनी प्रतिक्रिया में यह बात कही.

  1. सीताराम येचुरी ने शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता निरस्त करने पर उठाए सवाल
  2. 'राज्यसभा के सभापति के फैसले सवालों के दायरे से बाहर होना जरूरी हैं': येचुरी
  3. जिस तेजी से यह फैसला किया गया, उससे दिमाग में संशय पैदा होता है : येचुरी

येचुरी ने ट्वीट कर कहा ‘‘राज्यसभा के सभापति के फैसले सवालों के दायरे से बाहर होना जरूरी हैं, लेकिन राज्यसभा सांसद शरद यादव और अली अनवर को अयोग्य घोषित करने के फैसले से असर तो होगा.’’ येचुरी ने नायडू के फैसले पर सवाल उठाते हुये कहा कि जिस तेजी से यह फैसला किया गया, उससे दिमाग में संशय पैदा होता है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा ‘‘ दो सितंबर को इस मामले में याचिका दायर हुई थी और चार दिसंबर को फैसला आ गया. फैसले की गति दिमाग में शक पैदा करती है. इस तरह के तमाम अन्य मामले लोकसभा में एक साल से अधिक समय से लंबित हैं. इससे साफ है ऐसे मामलों में राजनीतिक झुकाव अहमियत रखता है.’’

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राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता आर सी पी सिंह ने यादव और अनवर को पार्टी विरोधी गतिविधयों में शामिल होने के आधार पर सभापति के समक्ष इन दोनों की सदस्यता से अयोग्य घोषित करने का अनुरोध किया था. सभापति ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद कल यह फैसला दिया है.

इस मामले में सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त करने से मना कर दिया. यादव ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में इस मामले में पूछे जाने पर कहा कि वह राज्यसभा के सभापति के निर्णय पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे.

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