दिल्ली के एम्स में डेंगू से पांच लोगों की मौत, मृतकों की संख्या हुई 18
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दिल्ली के एम्स में डेंगू से पांच लोगों की मौत, मृतकों की संख्या हुई 18

राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू से मरने वालों की संख्या आज 18 हो गई और इनमें से आधे लोगों की मौत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हुई है। दिल्ली में डेंगू के इस साल 1,100 से अधिक मामले सामने आए हैं। एम्स में डेंगू को लेकर जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘एक सितम्बर से अब तक डेंगू के नौ मरीजों की मौत हुई है।’ एम्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कल इस बात की पुष्टि की थी कि डेंगू से पांच लोगों की मौत हुई है।

फाइल फोटो- प्रतीकात्मक

नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू से मरने वालों की संख्या आज 18 हो गई और इनमें से आधे लोगों की मौत अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हुई है। दिल्ली में डेंगू के इस साल 1,100 से अधिक मामले सामने आए हैं। एम्स में डेंगू को लेकर जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘एक सितम्बर से अब तक डेंगू के नौ मरीजों की मौत हुई है।’ एम्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कल इस बात की पुष्टि की थी कि डेंगू से पांच लोगों की मौत हुई है।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘एम्स में कुल 96 मरीज भर्ती कराए गए, जिनमें से 56 को छुट्टी दे दी गई। इन मरीजों में 70 फीसदी लोग उत्तर प्रदेश के थे, 10 फीसदी बिहार के और शेष दिल्ली के थे।’ मंगलवार तक राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के कारण कम से कम नौ लोगों की मौत हुयी थी। हालांकि दक्षिण दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने यहां के सभी नगर निकायों की मच्छर जनित बीमारियों की रिपोटरें को संकलित कर मरने वालों की संख्या चार बताई है ।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के बुखार संबंधित क्लीनिकों में हर दिन डेंगू के कई मरीज आ रहे हैं। हालांकि, चिकिनगुनिया से डेंगू के मामले कम है और 13 सितंबर तक 1,440 रक्त के नमूनों में चिकुनगुनिया पाया गया था। राष्ट्रीय राजधानी में कम से कम 1,158 डेंगू के मामले सामने आए, जिनमें से करीब 390 मामले सितंबर के पहले 10 दिनों में रिकार्ड किये गये थे। यह वह महीना है जिसमें मच्छर जनित बीमारी के मरीजों की तादाद बढ़ने लगती है।

नगर निगम की आज जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस महीने 387 मामलों की रिपोर्ट मिली है जिसमें पूर्व की गिनती से 50 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। इस सत्र में तीन सितंबर तक 770 से अधिक मामले सामने आने की रिपोर्ट है। इनमें से अकेले अगस्त में 652 मामले सामने आए थे ।

डेंगू से मरने वाली आखिरी मरीज इरम खान थी, जो मेरठ की निवासी थी। वह दक्षिण दिल्ली के जामिया में रहती थी और अपोलो अस्पताल में 31 अगस्त को डेंगू के कारण उसकी मौत हो गयी थी। एसडीएमसी ने जिन तीन और मौतों के बारे में बताया, उनमें ओखला के विधायक अमानतुल्ला खान की रिश्तेदार नाजिश  शामिल है जिसकी 12 अगस्त को अपोलो अस्पताल में डेंगू के कारण मौत हो गयी थी।

यहां शाहीन बाग में रहने वाली मुस्कान की 29 जुलाई को मौत हो गयी थी जबकि उत्तर प्रदेश में जौनपुर के रहने वाले दीपक  की बीमारी के कारण 27 जुलाई को मौत हो गयी थी। दोनों की मौत सफदरजंग अस्पताल में हुई थी।

इनके अलावा शहर में विभिन्न अस्पतालों में पांच अन्य लोगों की मौत की खबर भी आई थी लेकिन एसडीएमसी ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। इस साल, डेंगू के मामले जल्दी सामने आ गये। मच्छर जनित बीमारी के कारण 21 जुलाई को पहली मौत उस समय हुयी जब उत्तरपूर्वी दिल्ली में जफराबाद की एक लड़की ने लोक नायक जय प्रकाश  अस्पताल में दम तोड़ दिया। साल 1996 में दिल्ली में डेंगू की सबसे भयावह स्थिति थी। उस साल करीब 10,252 मामले सामने आए थे और 423 लोगों की मौत हुयी थी।

 

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