अगले साल से जेएनयू की सभी प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी
Advertisement
trendingNow1417977

अगले साल से जेएनयू की सभी प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में अगले साल से सभी तरह की प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी. शुक्रवार को यूनिवर्सिटी के 146वें अकैडमिक काउंसिल की बैठक में यह फैसला लिया गया। 

अगले साल से जेएनयू की सभी प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन हो जाएंगी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में अगले साल से सभी तरह की प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी. शुक्रवार को यूनिवर्सिटी के 146वें अकैडमिक काउंसिल की बैठक में यह फैसला लिया गया. इस बारे में विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार के ट्विटर के जरिए भी जानकारी दी. सभी प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन होने से जहां विश्वविद्यालय को आसानी होगी वहींं छात्रों को भी काफी सहूलियत होगी. जेएनयू के उपकुलपति चिंतामणि महापात्रा के अनुसार जेएनयू में दाखिला प्रक्रिया को और बेहतर बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है. उन्होंने बताया कि अकैडमिक काउंसिल के कई सदस्यों की राय थी कि ऑनलाइन परीक्षा के निर्णय को जल्द लागू किया जाए. इससे निष्पक्ष और पारदर्शी दाखिले सुनिश्चित किए जा सकेंगे. 

  1. अगले साल से जेएनयू की सभी प्रवेश परीक्षाएं ऑनलाइन होंगी 
  2. छात्रों की तरह शिक्षकों को भी लगानी होगी हाजरी 
  3. छात्रों को बताए जाएंगे परीक्षा में पूछ गए प्रश्नों के सही उत्तर 

शिक्षकों को लगानी होगी हाजरी 
यूनिवर्सिटी के 146वें अकैडमिक काउंसिल की बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि शिक्षकों के लिए भी विश्वविद्यालय में हाजरी लगाना अनिवार्य होगी. इस नियम को तत्काल प्रभाव से लागू भी कर दिया गया है. नए नियमों के अनुसार विश्वविद्यालय के शिक्षकों को कम से कम दिन में एक बार तो अपनी हाजरी लगानी होगी. 

ये भी पढ़ें : नई शिक्षा नीति का प्रारूप तैयार कर रहे एचआरडी पैनल को मिला तीसरा विस्तार

छात्रों को बताए जाएंगे प्रश्नों के सही उत्तर 
विश्वविद्यालय के 146 वीं अकैडमिक काउंसिल की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नई व्यवस्था के तहत छात्रों के ग्रेड्स को अंतिम रूप देने से पहले सभी शिक्षकों के लिए सभी समेस्टरों की परीक्षाओं की कापियों में उन्होंने कहां गलतियां की हैं और सही उत्तर क्या हैं इसके बारे में भी उन्हें बताना अनिवार्य होगा. इससे एक तो छात्रों को पता चलेगा की वो कहां गलती कर रहे हैं वहीं परीक्षा में मार्किंग व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ेगी. इससे छात्रों की भी व्यवस्था के प्रति भरोसा बढ़ेगा.  

 

 

 

 

 

 

Trending news