रामजस कॉलेज विवाद : एबीवीपी ने डीयू में 'तिरंगा मार्च' निकाला
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रामजस कॉलेज विवाद : एबीवीपी ने डीयू में 'तिरंगा मार्च' निकाला

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को यहां 'तिरंगा मार्च' निकाला। उन्होंने वामपंथी रूझान वाले छात्रों पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए यह रैली निकाली। इस मार्च में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (डूसू) ने भी हिस्सा लिया।

रामजस कॉलेज विवाद : एबीवीपी ने डीयू में 'तिरंगा मार्च' निकाला

नई दिल्ली : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार को यहां 'तिरंगा मार्च' निकाला। उन्होंने वामपंथी रूझान वाले छात्रों पर राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए यह रैली निकाली। इस मार्च में दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (डूसू) ने भी हिस्सा लिया।

दिन के 12.30 बजे रामजस कॉलेज से शुरू हुआ यह मार्च ऑर्ट्स फैकल्टी तक निकला। इस मार्च में काफी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस दौरान एबीवीपी की एक सदस्य ने नाम उजागर न करने की शर्त पर मीडियाकर्मियों के समक्ष एआईएसए के कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए। छात्रा ने आरोप लगाया कि 'रामजस कॉलेज में झड़पों के दौरान एआईएसए के कार्यकर्ताओं ने उसके साथ बदसलूकी की। यहां तक उन्होंने उसका कुर्ता भी फाड़ दिया।'

इस बीच गत बुधवार से नॉर्थ कैंपस में गंभीर हो रही स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गयी है।

इस मार्च को 'मार्च फॉर द कंट्री' बताते हुए एबीवीपी के सदस्यों ने मीडिया को बताया कि वे राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में संलिप्त लोगों का कथित रूप से समर्थन करने वाले वामपंथी रूझान वाले समूहों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते रहेंगे।

इससे पहले आज रामजस कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने छात्रों से हिंसा का सहारा न लेने का अनुराध किया। प्रसाद ने एएनआई से कहा, 'छात्र विचारधारा का विरोध करें, लोगों का नहीं। रामजस कॉलेज में हिंसा होने पर उनका हृदय रोता है।'

वहीं, इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि यह इस देश भारत के चलते है कि आपके पास अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा, 'इस देश का नमक खाकर कोई देश के खिलाफ बात न करे।'

रिजिजू ने हैरानी जताते हुए कहा कि एबीवीपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान शुरू करने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा को कौन भ्रमित कर रहा है?

दरअसल, जेएनयू के छात्र उमर खालिद को पिछले सप्ताह रामजस कॉलेज में एक कार्यक्रम को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन एबीवीपी के विरोध के बाद कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा। इस घटना के एक दिन बाद रामजस कॉलेज के बाहर प्रदर्शन करने आए आइसा के छात्रों की एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हो गई थी।

उमर खालिद को पिछले साल कथित तौर पर भारत विरोधी नारेबाजी के लिए देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

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