जेटली से माफी मांग रहे हैं तो फिर कांस्टेबल से माफी क्यों नहीं मांग सकते, हाईकोर्ट ने केजरीवाल से पूछा
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जेटली से माफी मांग रहे हैं तो फिर कांस्टेबल से माफी क्यों नहीं मांग सकते, हाईकोर्ट ने केजरीवाल से पूछा

केजरीवाल के वकील ने कहा कि वह इस पर मुख्यमंत्री से निर्देश प्राप्त करेंगे, जिसके बाद अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 29 मई की तारीख तय की.

आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने सोमवार (16 अप्रैल) तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछा कि जब वह वित्त मंत्री अरुण जेटली जैसे अन्य लोगों से माफी मांग रहे हैं तो पुलिसकर्मियों के लिए ‘ठुल्ला’ शब्द इस्तेमाल करने के लिए एक कांस्टेबल से क्षमा क्यों नहीं मांग सकते. न्यायमूर्ति अनु मल्होत्रा ने कहा कि अगर केजरीवाल अपने बयानों के लिए अन्य सभी से माफी मांग रहे हैं तो वह पुलिस अधिकारियों के साथ ऐसा करके मामले का हल क्यों नहीं निकाल सकते. केजरीवाल के वकील ने कहा कि वह इस पर मुख्यमंत्री से निर्देश प्राप्त करेंगे, जिसके बाद अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 29 मई की तारीख तय की.

  1. केजरीवाल ने पुलिसकर्मियों के लिए ‘ठुल्ला’ शब्द इस्तेमाल किया था.
  2. कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 29 मई की तारीख तय की.
  3. केजरीवाल ने हाल ही में जेटली, बिक्रम मजीठिया से माफी मांगी है.

अदालत केजरीवाल की एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी जिसमें एक कांस्टेबल द्वारा दाखिल आपराधिक मानहानि के मामले में उन्हें तलब करने के निचली अदालत के आदेश को रद्द करने की मांग की गयी थी. केजरीवाल ने पिछले कुछ दिनों में जेटली, पंजाब के नेता बिक्रम मजीठिया और अन्य लोगों से उनके खिलाफ की गयी अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगी है.

मानहानि केस: CM केजरीवाल, संजय सिंह और आशुतोष ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मांगी माफी
उल्लेखनीय है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व पार्टी के अन्य नेताओं ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ आरोप लगाने को लेकर माफी मांग ली थी, जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा दाखिल मानहानि के मामले को वापस लेने के लिए आप नेताओं व जेटली द्वारा सोमवार (2 अप्रैल) को दिल्ली की अदालत में एक संयुक्त याचिका दाखिल की गई थी. केजरीवाल के अलावा, जिन अन्य आप नेताओं ने जेटली से माफी मांगी थी, उनमें आप सांसद संजय सिंह, वरिष्ठ नेता आशुतोष, दीपक बाजपेयी व प्रवक्ता राघव चड्ढा शामिल हैं. आप संयोजक के माफी मांग लेने के बाद अरुण जेटली, अरविंद केजरीवाल ने मानहानि के दो मुकदमों को आपस में ही सुलझा लिया था.

दिसंबर 2015 में जेटली ने दायर किया था मुकदमा
जेटली ने दिसंबर 2015 में केजरीवाल एवं ‘आप’ के पांच अन्य नेताओं- राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, संजय सिंह, आशुतोष और दीपक वाजपेयी- के खिलाफ 10 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा दाखिल किया था. ‘आप’ के नेताओं ने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में जेटली के अध्यक्ष पद पर रहने के दौरान कथित वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाए थे. भाजपा नेता ने इन आरोपों को नकारा था. केजरीवाल के तत्कालीन वकील राम जेठमलानी की ओर से पहले मुकदमे में जिरह के दौरान जेटली के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करने पर भाजपा नेता ने ‘आप’ प्रमुख के खिलाफ 10 करोड़ रुपए का एक अन्य मानहानि केस दाखिल किया था.

नितिन गडकरी से भी मांगी थी माफी
इससे पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते 19 मार्च को मानहानि के एक मामले को खत्म करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता नितिन गडकरी से माफी मांगी थी. केजरीवाल ने गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसे साबित नहीं किया जा सका. उनकी माफी के बाद केंद्रीय मंत्री ने अपनी मानहानि का मामला वापस ले लिया था.

गडकरी ने अपना नाम केजरीवाल द्वारा 'भ्रष्ट राजनेताओं' की सूची में डालने के बाद 2014 में आप नेता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. केजरीवाल ने गडकरी को लिखे एक पत्र में कहा था कि "अपने उस बयान के लिए खेद महसूस कर रहा हूं, जिसे प्रमाणित नहीं किया जा सका और जिससे आप को दुख पहुंचा है." उन्होंने कहा, "मैं निजी तौर पर आपके खिलाफ नहीं हूं. मैं अफसोस जाहिर करता हूं. हम इस घटना को पीछे छोड़ दें और अदालती कार्यवाही को बंद करें."

(इनपुट एजेंसी से भी)

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