ZEE जानकारीः मोबाइल फोन से डराने वाली नहीं, बल्कि उससे सावधान करने वाली ख़बर
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ZEE जानकारीः मोबाइल फोन से डराने वाली नहीं, बल्कि उससे सावधान करने वाली ख़बर

इस डिवाइस से भेजे गये Alert को मोबाइल फोन में एक App के ज़रिए भी देखा जा सकता है. 

ZEE जानकारीः मोबाइल फोन से डराने वाली नहीं, बल्कि उससे सावधान करने वाली ख़बर

अगर आप मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं तो हमारा अगला विश्लेषण आपके बहुत काम आ सकता है. आपने अपने आसपास ऐसे बहुत से लोगों को देखा होगा जो अपनी गर्दन झुकाकर लगातार मोबाइल फोन की स्क्रीन को निहारते रहते हैं. ये ऐसे लोग हैं जो हर 5 मिनट में अपना Smart Phone चेक करते हैं... सोशल मीडिया पर पल-पल का Update देखते हैं और कई घंटों तक online chatting करते रहते हैं . आप ये भी कह सकते हैं कि ये लोग मोबाइल फोन के सामने पूरी तरह नतमस्तक हो चुके हैं. और जब आंखें सिर्फ मोबाइल फोन की स्क्रीन को ही देख रही हों, तो फिर आने वाली बीमारियां दिखाई नहीं देतीं. हो सकता है कि ये सारी आदतें आपके अंदर भी हों. और अब तक आपकी गर्दन, मोबाइल फोन के बोझ से घायल हो चुकी हो. 

बहुत जल्द ऐसा भी हो सकता है कि आपको मोबाइल फोन वाले दर्द से बचने के लिए अपनी गर्दन पर एक डिवाइस लगाना पड़े.  IIT दिल्ली की एक टीम ने एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जो गलत Posture में बैठने वाले लोगों को vibration के जरिए सावधान करेगा. ताकि वो सही Posture में बैठें. इस डिवाइस का नाम है Stancy... और इसे गर्दन में लगाया जाएगा . मोबाइल फोन, लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करते हुए जैसे ही आप गलत Posture में बैठेंगे या इस दौरान आपकी गर्दन एक से डेढ़ मिनट तक 30 डिग्री के एंगल पर झुकी रहेगी तो ये डिवाइस एक्टिव हो जाएगा . इससे आपकी गर्दन पर हल्का कंपन महसूस होगा. और आप अपना Posture ठीक कर लेंगे.

कुल मिलाकर ये डिवाइस आपको सही स्थिति में बैठने के लिए मार्गदर्शन देता रहेगा. इस यंत्र के निर्माण के पीछे एक दिलचस्प कहानी है . जिस टीम ने ये डिवाइस बनाया है उसके एक सदस्य को लंबे समय से पीठ दर्द की समस्या थी . डॉक्टर से परामर्श के बाद ये पता चला कि गलत Posture में बैठना... पीठ दर्द का सबसे बड़ा कारण हैं . इसके बाद इस टीम को ये विचार आया कि गलत Posture में बैठने वाले लोगों को सचेत करने किए एक डिवाइस तैयार किया जाए. और इस तरह इस डिवाइस का आविष्कार हुआ.

इस डिवाइस से भेजे गये Alert को मोबाइल फोन में एक App के ज़रिए भी देखा जा सकता है . मोबाइल फोन की स्क्रीन पर बार बार नोटिफिकेशन के ज़रिये, आपको सीधे बैठने के संकेत मिलते रहेंगे.स्कूल जाने वाले छोटी उम्र के बच्चों पर भारी Bags के बोझ को भी इस डिवाइस की मदद से समझा जा सकता है . ऐसा नहीं है कि ये डिवाइस आपको जीवन भर गर्दन पर लगाए रखना है . वैज्ञानिकों के मुताबिक 40 दिन तक इस डिवाइस का इस्तेमाल करने से गलत Posture में बैठने की आदत सुधर सकती है. आपमें से बहुत से लोग इस डिवाइस का इस्तेमाल करना चाहते होंगे . लेकिन इसमें अभी थोड़ा समय लगेगा . 

IIT दिल्ली ने इस डिवाइस के पेटेंट के लिए आवेदन कर दिया है इसके अलावा Doctors के एक पैनल के साथ मिलकर इसका clinical trial भी किया जाएगा ताकि इसे और बेहतर बनाया जा सके .इसके अलावा Indian Council of Medical Research यानी ICMR के एक रिसर्च के मुताबिक एक दिन में 3 घंटे से ज़्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से शरीर में जैविक बदलाव होते हैं . जिनसे शरीर की शक्ति और ऊर्जा कम होने लगती है . रिसर्च में ये पाया गया है कि मोबाइल फोन से निकलने वाले Electro magnetic radiation से शरीर पर बुरा असर पड़ता है . 

ये मोबाइल फोन से डराने वाली नहीं, बल्कि उससे सावधान करने वाली ख़बर है . आज हमने आपकी सेहत को ध्यान में रखकर मोबाइल फोन से होने वाले नुकसान और इससे बचने के उपायों पर एक रिपोर्ट तैयार की है. इसे देखकर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं 

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