Charkhi Dadri News: GST के विरोध में अनाज मंडी के आढ़ती, मंडी गेट पर लगाया ताला
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Charkhi Dadri News: GST के विरोध में अनाज मंडी के आढ़ती, मंडी गेट पर लगाया ताला

Haryana News: प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी वे खरीद नहीं करेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. गेट बंद करने के साथ ही चेतावनी दी गई कि वे किसी को अंदर नहीं आने देंगे.

 

Charkhi Dadri News: GST के विरोध में अनाज मंडी के आढ़ती, मंडी गेट पर लगाया ताला

Charkhi Dadri News: सरसों खरीद के दौरान आढ़तियों से 5 प्रतिशत जीएसटी भरवाने को लेकर लगातार रोष देखने को मिल रहा है. एक ओर जहां आढ़तियों ने जीएसटी के विरोध में खरीद बंद कर रखी है. वहीं दूसरी ओर बुधवार को आढ़तियों ने मंडी गेट पर ताला जड़कर आवक भी बंद कर दी है. आढ़तियों की जहां मार्केट कमेटी कार्यालय में मंडी अधिकारियों से कहासुनी हुई तो वहीं उन्होंने काफी बवाल भी काटा. साथ ही कड़े शब्दों में उनकी मांग पूरी होने से पहले खरीद नहीं करने की चेतावनी दी है, जिससे गेहूं व सरसों की खरीद पर खतरा मंडाराने लगा है.

बता दें कि हैफेड खरीद एजेंसी द्वारा सरसों खरीद के दौरान आढ़तियों से 5 प्रतिशत जीएसटी भरवाई जा रही है, जबकि चरखी दादरी जिले में आढ़ती लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. उसी को लेकर उन्होंने 9 अप्रैल से खरीद से किनारा कर लिया है. बुधवार को आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे आढतियों ने मंडी अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे कच्चें आढ़ती है. उन्हें केवल सवा प्रतिशत आढ़त मिलती है. इसलिए वे जीएसटी भरने में पूरी तरह से असमर्थ हैं और खरीद नहीं करेंगे. अधिकारियों से बातचीत के बाद आढ़तियों में और अधिक गुस्सा देखने को मिला और उन्होंने मंडी गेट पर ताला जड़ दिया.

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प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी वे खरीद नहीं करेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. गेट बंद करने के साथ ही चेतावनी दी गई कि वे किसी को अंदर नहीं आने देंगे. वहीं बाढ़ड़ा अनाज मंडी प्रधान हनुमान शर्मा ने कहा कि पूरी एसोसिएशन एकजुट हैं और बाढ़ड़ा में भी खरीद नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार उनकों पूरा हक दे, यदि उन्हें ढाई प्रतिशत आढ़त दी जाए तो वे जीएसटी भी भर देंगे, लेकिन वे हैफेड के सहायक के रूप में कार्य कर रहे हैं. उन्हें केवल सवा प्रतिशत आढ़त दी जा रही है.

Input- Pushpender Kumar

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