कांग्रेस से निलंबित नेता मणिशंकर अय्यर के घर पर पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री व उच्चायुक्त, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ हुई बैठक को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी की ओर से किए जा रहे हमलों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सफाई दी है.
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नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बयान में कहा कि गुजरात में ‘‘हार को सामने देख बौखलाहट में असत्य एवं अफवाहों का सहारा ले रहे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आचरण व शब्दों से मुझे अत्यंत पीड़ा एवं क्षोभ है.’’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हताशा में अपशब्दों का सहारा लेकर और ‘‘हर झूठे तिनके को पकड़कर अपनी चुनावी नैया को पार कराने का विफल प्रयास कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह खेदजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदीजी पूर्व प्रधानमंत्री और सेना अध्यक्ष सहित सभी संस्थागत पदों को बदनाम करने की कोशिश में एक आपत्तिजनक उदाहरण स्थापित कर रहे हैं.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कल गुजरात में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सुझाव दिया कि पाकिस्तान राज्य के विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहा है.
उन्होंने दावा कि कुछ पाकिस्तानी अधिकारी एवं मनमोहन की कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के घर छह दिसंबर को बैठक हुई. इसके एक दिन बाद ही अय्यर ने मोदी को अपनी एक टिप्पणी में ‘नीच आदमी’ कहा था.
इस बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए और प्रधानमंत्री मोदी के दावों को खारिज करते हुए मनमोहन ने कहा, ‘‘..श्री मणिशंकर अय्यर की ओर से दिये गये रात्रिभोज पर मैंने गुजरात चुनाव के बारे में न तो किसी व्यक्ति से चर्चा की और न ही गुजरात का मुद्दा किसी तरह से चर्चा में आया. चर्चा केवल भारत पाक संबंधों तक सीमित रही.’’ मोदी ने जिस बैठक का उल्लेख किया है दरअसल वह अय्यर द्वारा भारत आये पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री महमूद कसूरी के सम्मान में दिया गया रात्रि भोज था.
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मनमोहन ने कहा कि उनके एवं पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी के अलावा अय्यर द्वारा कसूरी के सम्मान में दिये गये रात्रिभोज में पाकिस्तान के उच्चायुक्त, नटवर सिंह, के एस वाजपेयी, अजय शुक्ला, शरद सब्बरवाल, जनरल दीपक कपूर, टीसीए राघवन, सतीन्द्र के लाम्बा, एम के भद्रकुमार, सी आर गरेखान, प्रेमशंकर झा, सलमान हैदर एवं राहुल सिंह मौजूद थे. उन्होंने कहा, ‘‘इनमें से किसी पर भी देशद्रोह का इल्जाम लगाना सरासर झूठ एवं अधर्म होगा.’’ पूर्व राजनयिक लाम्बा एवं पूर्व राजनयिक गरेखान ने कहा कि उस रात्रिभोज में भारत पाक संबंधों पर आम चर्चा हुई थी. गरेखान ने एक समाचार चैनल से कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीति पर चर्चा नहीं हुई. पूर्व सेना प्रमुख जनरल कपूर के हवाले से भी कहा गया कि इस रात्रि भोज में गुजरात चुनाव पर बिल्कुल चर्चा नहीं हुई.
मनमोहन ने कहा, ‘‘न तो कांग्रेस पार्टी और न ही मुझे राष्ट्रभक्ति पर ऐसे प्रधानमंत्री या एक ऐसी पार्टी से उपदेश चाहिए, जिनका उग्रवाद से लड़ने का रिकार्ड ढुलमुल रहा है. मैं श्री नरेन्द्र मोदी को याद दिलाना चाहता हूं कि वे उधमपुर एवं गुरदासपुर के आतंकवादी हमलों के बावजूद बिन बुलाये पाकिस्तान गये.’’ उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया, ‘‘क्या वे देश को बताएंगे कि किन कारणों से उन्होंने पाकिस्तान में रचे गये पठानकोट हमले के बाद पाकिस्तान की बदनाम आईएसआई को सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण पठानकोट एयरबेस पर जांच के लिए आमंत्रित किया था.’’ इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने भी प्रधानमंत्री पर ऐसे बयान देकर राजनीतिक विमर्श को ‘‘अस्वीकार्य निम्न’’ स्तर तक लाने का आरोप लगाया जिससे उनके पद की गरिमा को ठेस पहुंचती है. शर्मा ने प्रधानमंत्री से माफी मांगने की मांग की.
पूर्व गृह मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इसी मुद्दे पर ट्वीट कर कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में विशेषकर कल गुजरात में भाजपा का अभियान अजीबो-गरीब स्थिति से परे निकल गया. क्या कोई राजनीतिक पार्टी चुनाव जीतने के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है?’’
डिनर पार्टी में नहीं हुई गुजरात पर चर्चा
पीएम मोदी के आरोपों से खुद को दुखी बताते हुए पूर्व पीएम ने कहा, 'मणिशंकर अय्यर के की ओर से आयोजित डिनर में मैंने किसी के साथ गुजरात चुनाव पर चर्चा नहीं की. यह मुद्दा किसी दूसरे के द्वारा भी नहीं उठाया गया. चर्चा भारत-पाकिस्तान रिश्तों तक सीमित थी.' उन्होंने पीएम मोदी से माफी की मांग करते हुए उम्मीद जताई कि वह गंभीरता दिखाएंगे. मनमोहन सिंह ने बैठक में शामिल लोगों के नाम भी बताए हैं. इस सूची में कुल 19 लोगों के नाम हैं.
Former Prime Minister Manmohan Singh issues a statement after reports of him attending a meeting where a Pakistan envoy was also present. pic.twitter.com/ngAyC7MW08
— ANI (@ANI) December 11, 2017
डिनर में मौजूद थे ये लोग
मणिशंकर अय्यर और उनकी पत्नी, खुर्सीद कसूरी, हामिद अंसारी, डॉ. मनमोहन सिंह, के. नटवर सिंह, केएस बाजपेयी, अजय शुक्ला, शरद सभरवाल, जनरल दीपक कपूर, टीसीए राघवन, सती लांबाह, पाकिस्तानी उच्चायुक्त, एमके भद्रकुमार, सीआर घरेखान, प्रेम शंकर झा, सलमान हैदर, राहुल खुशवंत सिंह.
बीजेपी नेता अजय अग्रवाल ने सबसे पहले छेड़ा था यह मुद्दा
मणिशंकर अय्यर के घर पर बैठक की बात को सबसे पहले बीजेपी नेता अजय अग्रवाल ने छेड़ा था. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक अजय अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि मणिशंकर अय्यर ने जिस दिन पीएम मोदी को लेकर आपत्तिजनक शब्द कहे थे, उससे एक दिन पहले यानी 6 दिसंबर की शाम को वे पाकिस्तान के राजदूत, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात की थी. यह मुलाकात अय्यर के घर पर हुई थी. लोकसभा चुनाव में रायबरेली सीट पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ ताल ठोकने वाले अजय अग्रवाल का दावा है कि 6 दिसंबर की शाम को मणिशंकर अय्यर के घर की सुरक्षा काफी चाक-चौबंद थी और उनके घर को जाने वाली सड़क को भी बंद कर दिया गया था.
अजय अग्रवाल ने कहा कि उन्हें नहीं मालूम कि उस बैठक में क्या हुआ था, लेकिन ठीक एक दिन बाद मणिशंकर अय्यर ने पीएम मोदी के लिए 'नीच' शब्द प्रयोग किया था. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि गुजरात में चुनाव में वोटों के धुर्वीकरण के लिए यह बयान दिया गया हो, इसलिए उन्हें उस बैठक के बारे में देश को बताना चाहिए.
इस बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनावी सभाओं में आरोप लगा चुके हैं कि गुजरात में बीजेपी को हराने के लिए कांग्रेस ने पाकिस्तान के साथ मिलकर रणनीति बनाई है.