गुरदासपुर आतंकी हमला: जीपीएस डाटा से हुआ खुलासा- पाकिस्‍तान से आए थे हमलावर, और भी निशाना बनाने के थे मंसूबे
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गुरदासपुर आतंकी हमला: जीपीएस डाटा से हुआ खुलासा- पाकिस्‍तान से आए थे हमलावर, और भी निशाना बनाने के थे मंसूबे

पंजाब के गुरदासपुर में बीते सोमवार को हमला करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से रावी नदी के जरिए भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे और ऐसा लगता है कि वे कई और इलाकों में भी कोहराम मचाने के मंसूबे से आए थे। सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि हथियारों से लैस तीनों आतंकी सड़क पर चल रहे हैं। हमला करने वाले तीनों आतंकियों की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई हैं। तस्वीरें दीनानगर कस्बे में प्रवेश से ठीक पहले तारागढ़ की एक दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी में कैद हुई हैं।

गुरदासपुर आतंकी हमला: जीपीएस डाटा से हुआ खुलासा- पाकिस्‍तान से आए थे हमलावर, और भी निशाना बनाने के थे मंसूबे

गुरदासपुर/नई दिल्ली : पंजाब के गुरदासपुर में बीते सोमवार को हमला करने वाले आतंकवादी पाकिस्तान से रावी नदी के जरिए भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे और ऐसा लगता है कि वे कई और इलाकों में भी कोहराम मचाने के मंसूबे से आए थे। सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि हथियारों से लैस तीनों आतंकी सड़क पर चल रहे हैं। हमला करने वाले तीनों आतंकियों की तस्वीरें सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई हैं। तस्वीरें दीनानगर कस्बे में प्रवेश से ठीक पहले तारागढ़ की एक दुकान के बाहर लगे सीसीटीवी में कैद हुई हैं।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि करीब 14 सेकंड के वीडियो फुटेज में तीन लोग नजर आ रहे हैं, जिन्होंने थलसेना की वर्दी पहन रखी है। उनकी पीठ पर बड़े-बड़े बैग हैं और वे ‘एके’ राइफलों से लैस नजर आ रहे हैं। वे सोमवार सुबह 4.55 मिनट पर सड़क पर चलते नजर आ रहे हैं। पंजाब पुलिस के प्रमुख सुमेध सिंह सैनी ने कहा कि 11 बम बरामद किए गए और इनमें से पांच को निष्क्रिय कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ स्थल से तीन एके-47 रायफल, 17 मैगजीन, 200 कारतूसों से भरी 10 मैगजीन, एक रॉकेट लांचर, तीन हथगोले, बुलेटप्रूफ जैकेट, रात में देखने में मददगार उपकरण और गोलियां बरामद की गईं।

दीनापुर में हुई मुठभेड़ के बाद यह जीपीएस उपकरण बरामद हुआ है। एक जीपीएस उपकरण पर तलवंडी प्वाइंट, परमानंद गांव और दीनानगर पर निशान लगा हुआ था, जबकि दूसरे उपकरण पर गुरदासपुर सिविल लाइंस पर निशान लगा था। इससे मालूम होता है कि सिविल लाइंस भी उनके निशाने पर था।

जांच का ब्यौरा देते हुए पुलिस महानिदेशक ने कहा कि आतंकी धुस्सी बांध (रावी नदी) से होते हुए रेल की पटरी तक पहुंचे थे, जहां उन्होंने बम रखे तथा इसके बाद दीनानगर पहुंचे। बमों के बारे में समय रहते पता लगा लिया गया और निष्क्रिय कर दिया गया। सैनी ने कहा कि जीपीएस सिस्टम के मुताबिक उन्होंने पहले रेल की पटरी पर बम रखे और फिर एक व्यक्ति की कार छीनी तथा दीनानगर थाने में दाखिल हुए। दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि जांच से संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तोएबा से संदिग्ध रूप से जुड़े हमलावर बामियाल गांव से होते भारत में दाखिल हुए थे और उनके थाने के अलावा गुरदासपुर सिविल लाइन को निशाना बनाने के मंसूबे थे।

सूत्रों का कहना है कि आतंकियों ने भारतीय सीमा में दाखिल होने के बाद जीपीस सिस्टम को खोल दिया। आमतौर पर यात्री अपने गंतव्यों का पता करने के लिए जीपीएस सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। आतंकियों की करीब 14 सेकेंड के वीडियो फुटेज में तीन लोग नजर आ रहे हैं जिन्होंने सेना की वर्दी पहन रखी है। उनकी पीठ पर बड़े-बड़े बैग हैं और वे ‘एके’ रायफलों से लैस नजर आ रहे हैं। गुरदासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जीएस तूर ने बताया कि दीनानगर इलाके के तारागढ़ की एक दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में ये तस्वीरें उस वक्त कैद हुईं जब तीनों आतंकवादी पाकिस्तान से लगी सीमा के पास बसे इस शहर में दाखिल हुए।

तूर ने बताया कि जांच के दौरान यह बात सामने आई कि आतंकियों ने एक मिनी ट्रक (टेंपो) के ड्राइवर से उसकी गाड़ी छीनने की कोशिश की थी और फिर एक चलती बस पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। अपनी मारूति कार में सब्जियां खरीदने के लिए बाजार की तरफ जा रहा एक शख्स उनका निशाना बना। कार मालिक कमलजीत सिंह ने कहा कि आतंकियों ने उन्हें गाड़ी से बाहर निकाला और सड़क पर फेंक दिया। दिल्ली में सूत्रों ने कहा कि आतंकवादियों ने 15 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर तय की और इसके बाद उन्होंने तलवंडी-अमृतसर रेलमार्ग की पटरी पर पांच आईईडी लगाए।

इस हमले में एक पुलिस अधीक्षक सहित सात लोग मारे गए। पुलिस एवं स्पेशल वीपंस एंड टैक्टिक्स टीम (स्वॉट) के कमांडो के साथ हुई मुठभेड़ में तीनों आतंकियों को मार गिराया गया। पंजाब पुलिस के डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने कहा था कि आतंकियों के पास से चीन में बने हथियार और जीपीएस बरामद किए गए हैं। पंजाब के गुरदासपुर जिले में विभिन्न स्थानों पर हमला करने वाले आतंकवादियों की योजना दीनापुर थाने के अलावा जिला मुख्यालय में स्थित सिविल लाइंस इलाके में हमला करने की भी थी। यह जानकारी जांचकर्ताओं ने दी। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान से भारत आने के बाद आतंकवादियों ने अपने साथ लाया हुआ जीपीएस उपकरण ऑन कर लिया था। संभवत: वे लोग रावी नदी की नहर के रास्ते देश में घुसे थे।

पंजाब के माधोपुर में प्रवेश करने से पहले रावी हिमाचल प्रदेश से होती हुई जम्मू की सीमा से गुजरती है। गुरदासपुर से पहले पाकिस्तान में प्रवेश कर चेनाब नदी में मिलने से पहले रावी नदी भारत-पाकिस्तान सीमा से तीन बार गुजरती है। चूंकि बहाव बहुत तेज होता है, इसलिए सुरक्षा बलों का मानना है कि उन्होंने भारत में प्रवेश करने के लिए नहरों में से किसी एक का प्रयोग किया होगा। प्रवेश करने के बाद उन्होंने जीपीएस उपकरण ऑन किया होगा। आतंकवादियों ने अपनी पहचान छुपाने का हर संभव प्रयास किया। उन्होंने अपने अंत:वस्त्रों तक से ‘ब्रांड मार्क’ मिटा दिए थे। उनके पास कुछ मेवों के अलावा अन्य कोई खाद्य सामग्री भी नहीं थी।

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