चीन-पाक सैन्य सहयोग पर भारत की नजर : नौसेना प्रमुख
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चीन-पाक सैन्य सहयोग पर भारत की नजर : नौसेना प्रमुख

नौसेना प्रमुख एडमिरल आर के धवन ने सोमवार को कहा कि चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य संबंधों पर भारत की नजर है जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की इस्लामाबाद यात्रा के दौरान पाकिस्तान की नौसैनिक क्षमता को बढ़ाने के लिए संभावित करार भी शामिल है।

मुंबई : नौसेना प्रमुख एडमिरल आर के धवन ने सोमवार को कहा कि चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य संबंधों पर भारत की नजर है जिसमें चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की इस्लामाबाद यात्रा के दौरान पाकिस्तान की नौसैनिक क्षमता को बढ़ाने के लिए संभावित करार भी शामिल है।

नौसेना प्रमुख ने बढ़ते चीन-पाकिस्तान सैन्य सहयोग पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘हम लगातार संभावित खतरे पर नजर रख रहे हैं, चाहे पाकिस्तान हो या चीन हो।’ एडमिरल धवन के बयान चीनी राष्ट्रपति की आज से शुरू हो रही पाकिस्तान यात्रा के मद्देनजर आये हैं। इस दौरान दोनों देश इस्लामाबाद द्वारा आठ डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां खरीदने के लिए एक समझौते पर दस्तखत कर सकते हैं। पाकिस्तान के पास फिलहाल पांच फ्रांसीसी पनडुब्बियों का बेड़ा है।

मझगांव डॉक में विध्वंसक पोत ‘विशाखापत्तनम’ के जलावतरण के लिए यहां आये एडमिरल धवन ने कहा, ‘नौसेना बहुआयामी लड़ाकू बल के तौर पर उभरी है और हम हिंद महासागर क्षेत्र में कोई भी चुनौती स्वीकार करने को तैयार हैं।’ नौसेना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को लेकर प्रतिबद्ध बताते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि आज जलावतरित विध्वंसक पोत हमारी अपनी डिजाइन का है और भारतीय इस्पात से बना है।

उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना तेजी से देश में डिजाइन और निर्माण की दिशा में बढ़ रही है। एडमिरल धवन ने कहा, ‘स्वदेशीकरण की नौसेना की खोज करीब 50 साल पहले शुरू हुई थी। 1964 में भारतीय नौसैनिक डिजाइन निदेशालय स्थापित किया गया था। भारतीय शिपयाडोर्ं में 48 जहाज और पनडुब्बियां निर्माणाधीन हैं।’ उन्होंने कहा कि नौसेना का प्रयास सरकार द्वारा संचालित डीआरडीओ और निजी उद्योगों के साथ काम करने का है ताकि भविष्य में शत प्रतिशत जहाजों का उत्पादन भारत में हो।

एडमिरल ने कहा कि पहला स्वदेशी विमानवाहक पोत ‘आईएनएस विक्रांत’ कोच्चि शिपयार्ड में बनाया जा रहा है। इसे भारतीय इस्पात से बनाया जा रहा है। भाजपा नीत सरकार और कांग्रेस की अगुवाई वाली पिछली सरकारों के बीच काम की रफ्तार के अंतर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘नौसेना की परिसंपत्तियों को शामिल करना उसकी क्षमता योजना के अनुरूप है। हमारे पास 2027 तक की योजना है।’

तटरक्षक से जुड़ी ‘आतंकवादी नौका’ की घटना पर एडमिरल धवन ने कहा, ‘तटरक्षक ने गश्त की..कुछ संदिग्ध गतिविधियां मिलीं। जब वे तफ्तीश कर रहे थे तो कोई विस्फोट हुआ।’ नौसेना के लिए हेलीकॉप्टरों के खरीदने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘सरकार ने स्पष्ट निर्देश दे दिये हैं। हम मेक इन इंडिया के रास्ते पर चलेंगे।’ पिछले महीने गोवा के तट के पास डोर्नियर विमान की दुर्घटना के संदर्भ में नौसेना प्रमुख ने कहा, ‘बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी अभी खत्म नहीं हुई है।’

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