पीएम मोदी ने कहा, परमाणु समूहों में भारत को शामिल किया जाना हमारी प्रतिबद्धता पर मुहर
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पीएम मोदी ने कहा, परमाणु समूहों में भारत को शामिल किया जाना हमारी प्रतिबद्धता पर मुहर

भारत के ऑस्ट्रेलिया समूह (एजी) के सदस्य बनने की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर यह बात कही.

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार (20 जनवरी) को कहा कि हाल में प्रतिष्ठित परमाणु समूहों में भारत को शामिल किये जाने से सख्ती के साथ अप्रसार की देश की प्रतिबद्धता की एक बार फिर से पुष्टि हुई है. भारत के ऑस्ट्रेलिया समूह (एजी) के सदस्य बनने की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर यह बात कही. इससे परमाणु अप्रसार के क्षेत्र में भारत का कद बढ़ने की संभावना और इससे महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी हासिल करने में मदद मिल सकती है. मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं ऑस्ट्रेलिया और निर्यात नियंत्रण से जुड़े ऑस्ट्रेलिया समूह के अन्य सदस्य देशों को इसमें भारत के प्रवेश में समर्थन देने के लिए धन्यवाद देता हूं.’’ उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्ष में एमटीसीआर, वासेनार समझौता और ऑस्ट्रेलिया समूह में भारत की सदस्यता से एक बार फिर ‘परमाणु अप्रसार को लेकर हमारी साख एवं वैश्विक शांति एवं सुरक्षा को लेकर हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि हुई है.’ 

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दावोस पर पीएम मोदी ने कहा: दुनिया सीधे सरकार के मुखिया से नीतियों पर सुनना चाहती है

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (19 जनवरी) को कहा कि दुनिया भारत की नीतियों और वृद्धि की क्षमता के बारे में सीधे सरकार के मुखिया के मुंह से सुनना चाहती है. पीएम मोदी ने कहा कि वह दावोस में 125 करोड़ भारतीयों की सफलता की कहानी बताने को लेकर गौरवान्वित महसूस करेंगे. विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के स्विट्जरलैंड के दावोस में होने वाले वार्षिक शिखर सम्मेलन में इस बार प्रधानमंत्री भी भाग लेने जा रहे हैं. पीएम मोदी ने ज़ी न्यूज से इंटरव्यू में कहा कि भारत ने दुनिया में अपनी एक पहचान बनाई है और इसका फायदा उठाने की जरूरत है.

तेजी से बढ़ रही है भारतीय अर्थव्यवस्था 
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और दुनिया की सभी रेटिंग एजेंसियों ने भी इसे माना है. मोदी ने कहा कि दावोस देश के लिए भारतीय बाजार के बारे में बताने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है. उन्होंने कहा कि भारत के पास अपनी युवा आबादी का लाभ है. प्रधानमंत्री ने कहा, 'भारत ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में जोरदार उछाल देखी है. यह स्वाभाविक है कि दुनिया सीधे भारत से बात करना चाहती है. सीधे सरकार के मुखिया से नीतियों और क्षमताओं के बारे में जानना चाहती है. यदि आप नेता से सुनते हैं तो उसका मतलब होता है.' दावोस बैठक को वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का सबसे बड़ा समागम बताते हुए मोदी ने कहा कि अभी तक वह वहां नहीं जा पाए थे. उन्होंने कहा कि इस बैठक में दुनियाभर के उद्योगपति, वित्तीय संस्थान और नीति निर्माता शामिल होंगे.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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