IAF को इजराल ने सौंपी बालाकोट में तबाही मचाने वाले स्‍पाइस-2000 बमों की पहली खेप
Advertisement

IAF को इजराल ने सौंपी बालाकोट में तबाही मचाने वाले स्‍पाइस-2000 बमों की पहली खेप

दुश्‍मनों के ठिकानों को नेस्‍तनाबूत करने के लिए लेजर गाइडेड बम को दुनिया में सबसे बेहतर माना जाता है. यह बम जीपीएस तकनीक की मदद से साधे गए निशाने पर अचूक वार करने के लिए पूरी दुनिया में विख्‍यात हैं. 

बालाकोट स्थिति जैश-ए-मोहम्‍मद के ठिकानों में तबाही मचा चुका है स्‍पाइस-2000 बम.

नई दिल्‍ली: पाकिस्‍तान के नापाक मंसूबों को नेस्‍तनाबूत करने के लिए इजराइल ने भारत को बड़ी सौगात दी है. इजराइल ने बालाकोट में पाकिस्‍तानी आतंकी ठिकानों में तबाही मचाने वाले लेजर गाइडेड स्‍पाइस-2000 बमों की पहली खेप आज भारतीय सेना को सौंप दी है. स्‍पाइस-2000 बमों की पहली खेप आज इजराइल से मध्‍य प्रदेश के ग्‍वालियर स्थिति भारतीय सेना के बेस में पहुंच गई है. 

  1. दुनिया में अचूक निशाने के लिए विख्‍यात हैं स्‍पाइस-2000 बम
  2. इजराइल ने भारतीय वायु सेना को सौंपी बमों की पहली खेप
  3. स्‍पाइस बमों की पहली खेप वॉरहेड के साथ पहुंची ग्‍वालियर

इजराइल ने स्‍पाइस-2000 बमों के साथ भारतीय सेना को मार्क 84 वॉर हेड सहित अन्‍य घातक बमों की खेप भी भारतीय सेना के सुपुर्द की है. माना जा रहा है कि लेजर गाइडेड स्‍पाइस-2000 बम और 84 वॉरहेड की बड़ी खेप आने के बाद हमारी सेना की क्षमता में बड़ा इजाफा हुआ है. उल्‍लेखनीय है कि एक बार में पूरी इमारत को ध्‍वस्‍त करने की क्षमता रखने वाले स्‍पाइस-2000 लेजर गाइडेड होते हैं. 

भारतीय सेना ने इन बमों का पहली बार इस्‍तेमाल बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्‍मद के ठिकानों को नेस्‍तनाबूत करने के लिए किया था. भारतीय वायु सेना का मिराज-2000 के जरिए स्‍पाइस-2000 बमों का इस्‍तेमाल आतंकी ठिकानों और दुश्‍मनों के मंसूबों को नेस्‍तनाबूत किया जा सकता है. सूत्रों की माने तो जल्‍द ही सुखाई-30 को भी इजराइल के स्‍पाइस-2000 बमों से लैस किया जाएगा. 

यह भी पढ़ें: ये घड़ी है बहुत खास, मिग-21 लड़ाकू विमान की धातु से की गई है तैयार, जानें खूबियां

LIVE TV...

यह भी पढ़ें: बालाकोट स्‍ट्राइक में जिसने मचाया कहर, दुश्‍मन को मिटाने के लिए IAF को मिलेंगे वैसे 100 बम

उल्‍लेखनीय है कि दुश्‍मनों के ठिकानों को नेस्‍तनाबूत करने के लिए लेजर गाइडेड बम को दुनिया में सबसे बेहतर माना जाता है. यह बम जीपीएस तकनीक की मदद से साधे गए निशाने पर अचूक वार करने के लिए पूरी दुनिया में विख्‍यात हैं. इस बम की मारक क्षमता इतनी अधिक होती है कि हमले के दौरान यह बम दुश्‍मनों के बंकरों और इमारत को एक ही वार में ध्‍वस्‍त कर सकता है.

Trending news