जम्मू कश्मीर: नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान ने दागे मोर्टार, दो की मौत, LoC के नजदीक सभी स्कूल बंद
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जम्मू कश्मीर: नौशेरा सेक्टर में पाकिस्तान ने दागे मोर्टार, दो की मौत, LoC के नजदीक सभी स्कूल बंद

पाकिस्तान की गोलेबारी के बाद नौशेरा तहसील के उप-मंडलीय मजिस्ट्रेट ने एहतियाती तौर पर सभी स्कूल बंद करने के आदेश दिए थे.

नियंत्रण रेखा पर तैनात भारतीय सीमा सुरक्षा बल का एक जवान. (फाइल फोटो)

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान द्वारा की गयी भारी गोलाबारी में दो नागरिकों की मौत हो गई और तीन अन्य जख्मी हो गए. दस मई से अबतक पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करने की यह तीसरी घटना है और अबतक तीन व्यक्तियों की मौत हो गई है और छह अन्य जख्मी हो गए हैं. अधिकारियों ने कहा कि राजौरी में नियंत्रण रेखा से सटे स्कूलों को शनिवार (13 मई) को एहतियात के तौर पर अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है और सरहदी गांवों से लोगों को निकालने के लिए कदम उठाए गए हैं.

जम्मू में रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने कहा कि भारतीय सेना ‘जोरदार और प्रभावी रूप से जवाब दे रही है.’ मेहता ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास सुबह सात बजकर 15 मिनट से छोटे और स्वचालित हथियारों से हमला किया और 82 एमएम एवं 120 एमएम के मोर्टार दागे.

राजौरी के उपायुक्त (डीसी) शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा, ‘नौशेरा इलाके में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी एवं गोलाबारी में दो लोगों की मौत हुई है और तीन अन्य घायल हुए हैं.’ डीसी ने बताया कि नियंत्रण रेखा के पास जिस जगह को निशाना बनाया गया है, उसके निकट स्थित पांच गांवों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी बल जनगढ़, भवानी और लाम इलाकों को निशाना बना रहे हैं.

राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा से सटे इलाके के सभी स्कूलों को 11 मई को दो दिन के लिए बंद कर दिया गया था क्योंकि 10-11 मई की दरमियानी रात को पाकिस्तानी बलों की गोलाबारी में एक महिला की मौत हो गई थी और उसके पति सहित दो अन्य जख्मी हो गए थे. चौधरी ने कहा, ‘हमने राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा से सटे स्कूलों को बेमियादी काल के बंद कर दिया है.’ पुंछ के बालाकोट क्षेत्र में नियंत्रण रेखा से सटे स्कूलों को भी बंद किया गया है और लोगों से सरहदी इलाकों से अन्यत्र जाने के लिए कहा गया है.

अंतरराष्ट्रीय सीमा पर शुक्रवार (12 मई) जब पाकिस्तान रेंजर्स ने संघर्ष विराम का उल्लंघन किया तब बीएसएफ के एक कर्मी को भी मामूली चोटें आईं. विभिन्न सीमावर्ती बस्तियों में रह रहे 1500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया गया है. सरकार ने पिछले महीने कहा था कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने पिछले एक साल में 268 बार संघषर्विराम का उल्लंघन किया था. इन घटनाओं में नौ लोगों की मौत हुई.

रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने राज्यसभा में एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा था कि अप्रैल 2016 से मार्च 2017 के दौरान नवंबर 2016 में सर्वाधिक बार संघषर्विराम का उल्लंघन हुआ. नवंबर में 88 बार ऐसा किया गया और अक्तूबर 2016 में 78 और इस साल मार्च में 22 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ. भारत और पाकिस्तान के बीच नवंबर 2003 में संघषर्विराम लागू हुआ था.

पाक गोलीबारी: राजौरी में नियंत्रण रेखा के पास के स्कूल अनिश्चित काल के लिए बंद

पाकिस्तानी सैनिकों की गोलेबारी के मद्देनजर एहतियातन क्षेत्रों के स्कूलों को ‘‘अनिश्चित काल’’ के लिए बंद करने के आदेश के बाद जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा के आसपास वाले स्कूल शनिवार (13 मई) लगातार तीसरे दिन भी बंद रहे. सेना ने पुंछ के बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा के आसपास वाले स्कूलों को बंद करने का भी आदेश दिया है और लोगों से इन सीमावर्ती इलाकों में नहीं जाने को कहा है.

उल्लेखनीय है कि 10-11 मई की दरमियानी रात को पाकिस्तानी गोलीबारी में एक महिला की मौत हो गई और उसके पति समेत दो अन्य व्यक्ति घायल हो गये. जिसके बाद 11 मई को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास स्थित सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था.

राजौरी के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा, ‘‘हमने राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा के पास वाले स्कूलों को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया है. जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास शनिवार (13 मई) को पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार बम दागे और हथियार चलाये जिसमें दो व्यक्तियों की मौत हो गई और तीन लोग घायल हो गये.

इस गोलीबारी से शेरी मकेरी, नमकडाली, जनगढ़, लाम, भवानी और खंभा क्षेत्रों समेत नियंत्रण रेखा के पास पांच-छह बस्तियां बुरी तरह से प्रभावित हुई है. उन्होंने बताया कि गोलेबारी के कारण करीब 27 परिवार प्रभावित हुए हैं और इसके साथ ही स्कूल समेत कई घर आंशिक रूप से तो कई बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए.

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