JNU में अटेंडेंस के मुद्दे को लेकर छात्रों का हंगामा, Administrative Block में स्टाफ को किया कैद!
Advertisement

JNU में अटेंडेंस के मुद्दे को लेकर छात्रों का हंगामा, Administrative Block में स्टाफ को किया कैद!

बताया जा रहा है कि छात्रों द्वारा किसी को भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है. इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक लेटर भी जारी किया है

जेएनयू में प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठन Aisa की प्रदर्शनकारी छात्रा गीता ने बताया कि हमने किसी को भी बंधक नहीं बनाया है (फोटोः एएनआई)

नई दिल्लीः दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में छात्रों का हंगामा रात करीब 11 बजे तक जारी रहा. छात्रों ने अटेंडेंस के मुद्दे को लेकर प्रशासनिक बिल्डिंग का घेराव कर लिया और छात्रों ने administrative block में स्टाफ को एक तरह से क़ैद कर लिया है. बताया जा रहा है कि छात्रों द्वारा किसी को भी बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है. इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक लेटर भी जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि कोर्ट के आदेश के मुताबिक़ प्रशासनिक बिल्डिंग के सौ मीटर के दायरे में छात्र प्रदर्शन नहीं कर सकते और इस आदेश को तोड़ने पर पुलिस की कार्रवाई भी की जा सकती है.

  1. जेएनयू में अनिवार्य उपस्थिति के मुद्दे पर छात्रों का प्रदर्शन
  2. प्रदर्शनकारी छात्रों ने वीसी ऑफिस का घेराव किया
  3. छात्रों की मांग है कि सर्कुलर को वापस लिया जाए

आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) की छात्र नेता गीता ने बताया, 'हमारी मांग थी कि हम जेएनयू वीसी से मिले. हम सुबह से उनका इंतजार कर रहे हैं. हमने कोई गेट ब्लॉक नहीं किया है. हम सिर्फ उनका (वीसी) का इंतजार कर रहे हैं. हम चाहते है कि अनिवार्य उपस्थिति का सर्कुलर वापस लिया जाए और एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग बुलाई जाए.'

आपको बता दें कि क्लास में अटेंडेंस कम्पल्सरी करने के मुद्दे पर कुलपति के साथ बैठक की मांग कर रहे जेएनयू छात्रों ने गुरुवार को यूनिवर्सिटी के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक का ‘‘घेराव’’ किया और मुख्य प्रॉक्टर कौशल कुमार एवं रेक्टर-1 चिंतामणि महापात्र को भवन से जाने नहीं दिया. जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों ने भवन के सभी द्वार के बाहर धरना दिया और बाहर जाने की कोशिश कर रहे विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों को रोककर विरोध जताया. कुलपति एम जगदीश कुमार अपने कार्यालय में थे.

छात्रों ने मांग की कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रवृत्ति एवं फेलोशिप के लिये एक अकादमिक सत्र के दौरान आवश्यक 75 प्रतिशत की उपस्थिति अनिवार्य करने के फैसले को बदले और अनिश्चित काल तक के लिये रद्द की गयी अकादमिक परिषद की बैठक आयोजित करे.

पूर्वाह्न 11 बजे से छात्रों के एक समूह ने नाटक एवं मूक अभिनय किया तथा प्रशासनिक ब्लॉक के मुख्य द्वार के पास गीत भी गाये. छात्रों को भवन में घुसने से रोकने के लिये सुरक्षा गार्ड तैनात किये गये थे. इस दौरान छात्रों ने भवन के पास मानव श्रृंखला भी बनायी. सुबह प्रशासन को लिखे पत्र में जेएनयूएसयू ने कहा, ‘‘विश्वविद्यालय के छात्र जेएनयूएसयू के प्रतिनिधियों की कुलपति से बातचीत का इंतजार कर रहे हैं.’’ 

जेएनयूएसयू के संयुक्त सचिव शुभांशु सिंह ने कहा, ‘‘प्रशासनिक भवन की घेराबंदी का कोई आह्वान नहीं किया गया है और प्रशासनिक कार्य बिना किसी बाधा के जारी है. जब तक कुलपति छात्रों से नहीं मिल लेते तब तक घेराव जारी रहेगा.’’ छात्रों द्वारा वहां से जाने से रोके जाने के बाद रेक्टर-1 महापात्रा ने कहा कि वह व्यक्तिगत क्षमता के आधार पर इस मामले पर कोई फैसला नहीं ले सकते और इसके लिये छात्रों के साथ बातचीत होगी.

(इनपुट भाषा से भी)

Trending news