सबरीमाला में पूजा के लिए पति और बच्चों के साथ पहुंची 30 वर्षीय महिला, मांगी पुलिस हिफाजत
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सबरीमाला में पूजा के लिए पति और बच्चों के साथ पहुंची 30 वर्षीय महिला, मांगी पुलिस हिफाजत

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘अभी वह यहां पुलिस नियंत्रण कक्ष में हैं. उनका कहना है कि वह मंदिर तक चलकर जाना चाहती हैं. उन्हें आज मंदिर ले जाने या नहीं ले जाने पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है.’

सबरीमाला में पूजा के लिए पति और बच्चों के साथ पहुंची 30 वर्षीय महिला, मांगी पुलिस हिफाजत

पम्बा (केरल) : सबरीमला मंदिर दो दिन की विशेष पूजा के लिए सोमवार को खुला जिसके बाद यहां आधार शिविर पहुंची 30 साल की महिला ने दर्शन करने के लिए पुलिस हिफाजत मांगी है. अंजू नाम की महिला अलप्पुझा जिले के चेरथला की रहने वाली है. वह मंदिर खुलते ही अपने पति और दो बच्चों के साथ पम्बा थाने पहुंची. एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘अभी वह यहां पुलिस नियंत्रण कक्ष में हैं. उनका कहना है कि वह मंदिर तक चलकर जाना चाहती हैं. उन्हें आज मंदिर ले जाने या नहीं ले जाने पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है.’

उन्होंने बताया कि महिला के पति अभिलाष और उनके सात साल तथा चार साल के बच्चे उनके साथ थे. टीवी चैनलों ने अंजू और उसके पति की नियंत्रण कक्ष में पुलिस वालों से बात करने की तस्वीरें प्रसारित कीं. जैसे ही खबर फैली, बड़ी संख्या में भक्त यहां एक स्थानीय ऑडिटोरियम में जमा हुए और महिला के आने के खिलाफ भगवान अयप्पा के मंत्रों का उच्चारण किया. मंदिर सोमवार रात 10 बजे बंद हो जाएगा और मंगलवार को सुबह खुलेगा. पंबा एसपी राहुल नायर ने कहा, वह महिला अभी पुलिस सुरक्षा में है. अगर वह मंदिर में हमारी सुरक्षा चाहती हैं, तो हम उन्हें ये सुविधा देंगे.

सबरीमाला में मंदिर में तैनात महिला पुलिसकर्मी भी 50 साल से अधिक उम्र की!

इससे पहले पुलिस ने कहा था कि मंदिर में 10 से 50 वर्ष आयुवर्ग की कोई लड़की या महिला नजर नहीं आई लेकिन उन्हें जानकारी मिली है कि 25 साल की एक महिला अपने पति और दो बच्चों के साथ मंदिर की तरफ आ रही है. पम्बा में एक पुलिस अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘हमें जानकारी मिली है कि एक महिला मंदिर आने के रास्ते में है लेकिन किसी ने हमसे अब तक सुरक्षा की गुहार नहीं लगाई है.’ पम्बा वह स्थान है जहां से श्रद्धालु पर्वत चोटी पर स्थित सबरीमला मंदिर तक पांच किलोमीटर तक पैदल जाते हैं.

सबरीमला को लगभग किले में तब्दील कर दिया गया है. मंदिर परिसर और आसपास बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी, सशस्त्र कमांडो की मौजूदगी के साथ साथ सुरक्षा के चाक चौबंद प्रबंध किए गये हैं. निगरानी कैमरे और मोबाइल फोन जैमर भी लगाए गए हैं. मंदिर के तंत्री (प्रधान पुजारी) कंडारारू राजीवरू और मेलशांति (मुख्य पुजारी) उन्नीकृष्णन नामबूथिरी ने मिलकर शाम पांच बजे गर्भगृह के द्वार खोले और हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रवेश किया. मंदिर अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को कोई विशेष पूजा नहीं होगी. रात दस बजे इसके द्वार बंद कर दिये जाएंगे. दरवाजे मंगलवार को फिर खुलेंगे.

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