LIVE: अधिकांश कांग्रेस नेता संसद में व्यवधान के खिलाफ, जीएसटी विधेयक का रास्ता रोकने की कोशिश: अरुण जेटली
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LIVE: अधिकांश कांग्रेस नेता संसद में व्यवधान के खिलाफ, जीएसटी विधेयक का रास्ता रोकने की कोशिश: अरुण जेटली

चार दिनों की शांति के बाद, कांग्रेस के 25 निलंबित सदस्यों और उनके समर्थन में सदन का बहिष्कार कर रहे विपक्षी दलों के लोकसभा में सोमवार को लौटने पर, एक बार फिर ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाले की गूंज सुनाई दी। अपने हाथों पोस्टर, तख्तियां लिये कांग्रेस के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित कर दी गई।

LIVE: अधिकांश कांग्रेस नेता संसद में व्यवधान के खिलाफ, जीएसटी विधेयक का रास्ता रोकने की कोशिश: अरुण जेटली

नई दिल्ली : चार दिनों की शांति के बाद, कांग्रेस के 25 निलंबित सदस्यों और उनके समर्थन में सदन का बहिष्कार कर रहे विपक्षी दलों के लोकसभा में सोमवार को लौटने पर, एक बार फिर ललित मोदी प्रकरण और व्यापमं घोटाले की गूंज सुनाई दी। अपने हाथों पोस्टर, तख्तियां लिये कांग्रेस के सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित कर दी गई।

लाइव अपडेट : -

-केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ज्यादातर कांग्रेस नेता संसद में व्यवधान के खिलाफ हैं लेकिन उनके दो शीर्ष नेता सदन को बाधित करना चाहते हैं।

-जेटली ने कहा कि जीएसटी विधेयक का रास्ता रोकने के लिए कांग्रेस सुषमा स्वराज का मुद्दा उठा रही है।

-जेटली ने कहा कि कांग्रेस भारत के विकास को बाधित करना चाहती है।

-कांग्रेस ने संयुक्त संसदीय समिति की बैठक में वर्ष 2013 के भूमि विधेयक के पिछली अवधि से संबंधित उपबंध में किसी भी बदलाव का विरोध किया।

-भूमि विधेयक पर संयुक्त समिति की रिपोर्ट संसद के शीतकालीन सत्र में रखी जाएगी। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने और समय मांगा।

-कांग्रेस आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने के लिए संषर्घ कर रही है, सरकार को इस पर कदम उठाना चाहिए : राहुल गांधी।

-सुषमा स्वराज को बताना चाहिए कि उन्होंने गुपचुप तरीके से ललित मोदी की मदद क्यों की : कांग्रेस उपाध्यक्ष।

-ललित मोदी के साथ वित्तीय लेनदेन के बारे में सुषमा स्वराज द्वारा खुलासा करने पर सदन सामान्य रूप से चलेगा : राहुल गांधी।

- राज्‍यसभा की कार्यवाही 12 बजे तक स्‍थगित।

- शिवराज, वसुंधरा और सुषमा स्‍वराज के इस्‍तीफे पर अड़ी कांग्रेस।

- ललित मोदी, व्‍यापम मुद्दे पर लोकसभा में विपक्ष का जोरदार हंगामा।  

- स्‍पीकर सुमित्रा महाजन ने स्‍थगन प्रस्‍ताव ठुकराया।  

- कांग्रेस ने संसद में स्‍थगन प्रस्‍ताव दिया।

- कांग्रेस के 25 सांसद निलंबन खत्‍म होने के बाद सदन में लौटे।

- संयुक्‍त संसदीय समिति की बैठक आज दोपहर 12:30 प्रस्‍तावित है, भूमि अधिग्रहण बिल पर होगी चर्चा।

- कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी सभी पार्टी सांसदों से आज करेंगी मुलाकात।

- केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि सत्र में सिर्फ चार दिन शेष बचे हैं और 8 महत्‍वपूर्ण बिल को पास किया जाना है। कांग्रेस को अपनी जिम्‍मेदारी समझनी चाहिए।

- हम चाहते हैं कि लोकसभा और राज्‍यसभा की कार्यवाही अगले चार दिन तक सुचारू रूप से चले: वैंकेया।

- यह सरकार और विपक्ष की जिम्‍मेदारी है कि संसद सुचारू रूप से चले : वैंकेया।

सोमवार सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस, वामदल, जदयू सदस्य आसन के समीप आकर व्यापमं, ललित मोदी प्रकरण के विषय को उठाने लगे और इस बारे में प्रधानमंत्री से जवाब देने और भाजपा के कुछ शीर्ष नेताओं के इस्तीफे की मांग करने लगे। कांग्रेस सदस्य ‘बड़े मोदी मेहरबान, तब छोटे मोदी पहलवान’, ‘प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो’ के नारे लगा रहे थे। सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह के सुझाव पर सदन में गतिरोध समाप्त करने के प्रयास में विभिन्न दलों से चर्चा के लिए अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन की कार्यवाही 30 मिनट के लिए स्थगित कर दी।

हंगामे के दौरान ही मुलायम सिंह ने कहा कि हम भी नहीं चाहते कि यह स्थिति ज्यादा दिन चले। हम चाहते हैं कि सदन चले। लेकिन आप बुलाती ही नहीं। इधर के नेताओं को (विपक्ष) और उधर के नेताओं को :सत्तापक्ष: को बुला लें, समधान निकल आएगा। हालांकि मुलायम सिंह के सुझाव को कांग्रेस का समर्थन नहीं मिला और सोनिया गांधी को ‘ना’ कहते सुना गया। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि हमने आप सब को बुलाया था। मुलायम सिंह जी अभी भी आप खडगेजी से पूछ लें, अगर वह बातचीत को तैयार हैं तब मैं कार्यवाही अभी स्थगित करती हूं। आप सब आयें और बात करें। मुलायम ने एक बार फिर अपनी बात रखने का प्रयास किया, जबकि सोनिया गांधी को अपनी पार्टी के नेताओं को नारेबाजी जारी रखने को कहते देखा गया।

मुलायम सिंह, उनके भतीजे धर्मेद्र यादव, आप के भगवंत मान, राजद के जयप्रकाश नारायण यादव ने स्पीकर से मिलने का निर्णय किया, लेकिन कांग्रेस के सदस्यों ने ऐसा नहीं किया। आज सुबह कार्यवाही शुरू होने पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्षी सदस्यों के कार्यस्थगन नोटिसों को अस्वीकार कर दिया और बाद में उठाने को कहा। इसके विरोध में कांग्रेस एवं वामदलों के सदस्य आसन के समीप आ गए और नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस के 25 सदस्यों का निलंबन शुक्रवार की शाम को समाप्त होने के बाद आज कांग्रेस के सदस्य पूरे संख्याबल के साथ सदन में वापस आए। पिछले सप्ताह कांग्रेस सदस्यों के निलंबन के विरोध में कई विपक्षी दलों ने सदन का बहिष्कार किया था। कांग्रेस नेता मल्लिकाजरुन खडगे ने ललित मोदी प्रकरण पर पिछले सप्ताह सुषमा स्वराज द्वारा विपक्ष की गैर मौजूदगी में सदन में बयान देने की निंदा की।

उधर, ललित मोदी प्रकरण, व्यापमं घोटाले सहित विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी सदस्यों के हंगामे तथा सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी तकरार के चलते राज्यसभा की बैठक आज शुरू होने के कुछ ही देर बाद दोपहर बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। बैठक शुरू होने पर सभापति पीजे कुरियन ने आवश्यक दस्तावेज रखवाने के बाद जदयू सदस्य के सी त्यागी को उनके नियम 267 के तहत दिए गए प्रस्ताव पर बोलने के लिए कहा। त्यागी ने राज्यों से परामर्श किए बिना राज्यपालों की नियुक्ति किए जाने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शून्यकाल निलंबित करने का प्रस्ताव दिया था। इस पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जताई। उधर कांग्रेस के सदस्य विदेश मंत्री तथा राजस्थान एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्रियों के इस्तीफे की मांग को लेकर आसन के समक्ष आ कर हंगामा करने लगे। कुरियन ने जब त्यागी को बोलने की अनुमति दी तब हंगामा कर रहे कांग्रेस सदस्य वापस अपने स्थानों पर चले गए ताकि त्यागी अपनी बात रख सकें। इस पर सदन के नेता अरुण जेटली ने कहा कि इस तरह सदन नहीं चल सकता कि सरकार को बोलने की अनुमति नहीं दी जाए।

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