राज्य के बाहर मराठियों के साथ होता है दोयम दर्जे का व्यवहार : राणे
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राज्य के बाहर मराठियों के साथ होता है दोयम दर्जे का व्यवहार : राणे

मराठियों के हितों को उठाते हुए कांग्रेस नेता नीतीश राणे ने आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करके राज्य के बाहर महाराष्ट्र के लोगों के साथ कथित रूप से होने वाले ‘दोयम दर्जे के व्यवहार’ का विरोध जताया।

राज्य के बाहर मराठियों के साथ होता है दोयम दर्जे का व्यवहार : राणे

मुंबई : मराठियों के हितों को उठाते हुए कांग्रेस नेता नीतीश राणे ने आज मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात करके राज्य के बाहर महाराष्ट्र के लोगों के साथ कथित रूप से होने वाले ‘दोयम दर्जे के व्यवहार’ का विरोध जताया।

राणे ने धमकी दी कि अगर उन्हें फडणवीस से उचित जवाब नहीं मिलता है तो वह ‘विध्वंसक तरीका’ अपनाएंगे। राणे ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘बीते चार पांच साल में गोधरा में रह रहे और काम कर रहे शशिकांत फड़तरे को गुजरात से बाहर कर दिया गया। उसका पार्किंग से जुड़े एक मुद्दे पर स्थानीय लोगों से झगड़ा हो गया जो उसे पुलिस के पास ले गया। पुलिस ने छोटी सी समस्या सुलझाने के बजाय स्थानीय लोगों से हाथ मिला लिया और उससे महाराष्ट्र लौटने को कहा।’

उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र में कई सारे गुजराती और गुजरात में कई सारे महाराष्ट्र के लोग रहते हैं। अगर उनके लोग यहां सुरक्षित हैं तो हमारे लोग वहां सुरक्षित क्यों नहीं हैं?.. फडणवीस ने मुझे आश्वासन दिया है कि वह गुजरात की मुख्यमंत्री से बात करने के बाद उन्हें जवाब देंगे।’

कानकावली से विधायक राणे ने कहा कि वह गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के 19 मई को चीन के दौरे से लौटने के बाद उनसे भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि जब उन्होंने इससे पहले मराठी लोगों के हितों की बात करने की कोशिश की तो उनके ट्विटर पोस्ट से राजनीतिक लाभ कमाने का प्रयास किया गया।

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