मुंबई क्राइम ब्रांच ने माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी मुदस्सर हुसैन सैय्यद उर्फ मुन्ना झिंगाड़ा को जल्द वापस लाने के लिए कार्ययोजना तैयार की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, झिंगाड़ा को भारत वापस लाने के लिए मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी मोहन दहीकर और उनकी टीम सोमवार को बैंकाक रवाना हुई।
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मुंबई : मुंबई क्राइम ब्रांच ने माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी मुदस्सर हुसैन सैय्यद उर्फ मुन्ना झिंगाड़ा को जल्द वापस लाने के लिए कार्ययोजना तैयार की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, झिंगाड़ा को भारत वापस लाने के लिए मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी मोहन दहीकर और उनकी टीम सोमवार को बैंकाक रवाना हुई।
बता दें कि बैंकाक में साल 2000 में गैंगस्टर छोटा राजन पर हमला करने के जुर्म में बैंकॉक पुलिस गिरफ्तार कर लिया था। इस हमले में छोटा राजन घायल हो गया था लेकिन उसके सहयोगी रोहित वर्मा की मौत हो गई थी। झिंगाड़ा को इस जुर्म के लिए बैंकाक में 15 साल की सजा हुई। इससे पहले, दाउद के इस सहयोगी को वापस लाने के भारतीय अधिकारियों के कई प्रयासों में पाकिस्तान अड़ंगे लगा चुका है।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने सबसे पहले थाइलैंड सरकार से संपर्क करके एक फर्जी पाकिस्तानी पासपोर्ट सौंपा, जिसमें उसकी पहचान मोहम्मद सलीम के तौर पर की गई। यदि मुंबई क्राइम ब्रांच झिंगाड़ा को वापस लाने में सफल हो जाती है तो यह मुंबई पुलिस और मोदी सरकार के लिए बड़ी कामयाबी होगी। सरकार वैसे भी मुंबई में 1993 बम विस्फोटों के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद इब्राहिम के खिलाफ शिकंजा कस रही है और उसे वापस लाने की कोशिशों में है। इन बम धमाकों के बाद दाऊद पाकिस्तान भाग गया था।
माना जाता है कि मुंबई में 1993 में हुए बम विस्फोटों के मुख्य साजिशकर्ता दाऊद ने पाकिस्तान में शरण ले रखी है। ऐसी खबरें आती रही हैं कि दाउद कराची में डी-13 ब्लॉक 4 क्लिफटन के पते पर रह रहा है। भारत सरकार समय-समय पर दाऊद के पाकिस्तानी पासपोर्टो और पतों के बारे में पाकिस्तान को अवगत कराती रही है, ताकि वह उसे पकड़कर भारत के हवाले कर सके, लेकिन पाकिस्तान सरकार ने हमेशा दाऊद की पाकिस्तान में मौजूदगी से इनकार करती आई है।