राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 10 दलों ने नेपाल में भीषण भूकंप के साथ आई आपदा के तीसरे दिन राहत एवं बचाव अभियान पूरी तैयारी के साथ शुरू कर दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि एक मानवरहित विमान को भी यहां से खोजबीन के लिए भेजा गया है।
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नई दिल्ली : राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के 10 दलों ने नेपाल में भीषण भूकंप के साथ आई आपदा के तीसरे दिन राहत एवं बचाव अभियान पूरी तैयारी के साथ शुरू कर दिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि एक मानवरहित विमान को भी यहां से खोजबीन के लिए भेजा गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के दलों में लगभग 450 प्रशिक्षित लोग हैं, जो कि काठमांडो घाटी से लगभग 10-15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सीतापाइला, महाराजगंज, माहेश्वरी और गंगाभजट जैसे क्षेत्रों में फैल गए हैं।
हिमालयी देश नेपाल में बीते शनिवार आई इस आपदा के बाद एनडीआरएफ ने भूकंप प्रभावित इमारतों के मलबे में से अभी तक 10 लोगों को बचाया है और 46 शव बरामद किए हैं। एनडीआरएफ के महानिदेशक ओपी सिंह कल से ही काठमांडो में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने कहा कि उनके जवानों के एक दल को त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर भी तैनात किया गया है, ताकि नेपाल में फंसे भारतीयों को वायुमार्ग से निकालने में भारतीय दूतावास के अधिकारियों की मदद की जा सके। उन्होंने कहा कि उनके जवानों का एक ‘छोटा दल’ पोखरा क्षेत्र में भी जा रहा है। यह क्षेत्र इस आपदा में सबसे बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
सिंह ने कहा कि हमारी प्रमुख प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा राहत अभियानों को अंजाम देने की है। पिछली रात लगातार बारिश और भूकंप के बाद आने वाले झटकों के कारण हमारे अभियान प्रभावित हुए। लेकिन आज सुबह हमने पूरी तैयारी के साथ अभियान शुरू कर दिए हैं क्योंकि धूप निकली हुई है और बारिश नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ के तीन दल भक्तापुर और काठमांडो में काम कर रहे हैं और दो दल ललितपुर में तैनात हैं। एनडीआरएफ के छह और दलों के भारतीय वायुसेना के बठिंडा और कोलकाता स्थित बेस से नेपाल पहुंचने की संभावना है।
इसी बीच, एनडीआरएफ के अधिकारियों ने कहा कि उन्हें काठमांडू के पास एक इमारत के मलबे में से कुछ घायल लोग और 26,500 रुपये नकद बरामद हुए हैं।