...तो अब मार्च में नहीं बल्कि फरवरी में होंगी CBSE की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षायें!
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...तो अब मार्च में नहीं बल्कि फरवरी में होंगी CBSE की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षायें!

अगले साल से सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं मार्च के बजाए फरवरी में शुरू होंगी. मीडिया सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई मूल्यांकन में आ रही त्रुटियों को दूर करना चाहता है और इसी क्रम में परीक्षा चक्र पहले (एडवांस) किया जा रहा है.

...तो अब मार्च में नहीं बल्कि फरवरी में होंगी CBSE की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षायें!

नई दिल्ली: अगले साल से सीबीएसई 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं मार्च के बजाए फरवरी में शुरू होंगी. मीडिया सूत्रों के मुताबिक सीबीएसई मूल्यांकन में आ रही त्रुटियों को दूर करना चाहता है और इसी क्रम में परीक्षा चक्र पहले (एडवांस) किया जा रहा है.

इस साल सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं1 मार्च से शुरू होकर 20 अप्रैल को खत्म हुई. बोर्ड का ये कदम उठाने के पीछे मूल्यांकन प्रक्रिया में होने वाली गलतियों को सुधारना है.

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सीबीएसई के 12वीं क्लास के रिजल्ट घोषित करने के बाद से ही पेपर चेक करने में हुई गड़बड़ियों को लेकर छात्रों की शिकायते आ रही थीं. छात्रों की इन शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सीबीएसई ने मूल्यांकन प्रक्रिया में खामियों के अध्ययन के लिए दो समितियां बनाई हैं. सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बोर्ड ने दो समितियां गठित करने का फैसला किया है. जिसमें वरिष्ठ अधिकारी होंगे और वे पालन की जा रही मूल्यांकन प्रक्रियाओं से जुड़ी समस्याओं पर विचार करेंगे.

रिजल्ट जल्दी घोषित होने से छात्रों को आगे के एडमिशन में मदद मिलेगी

मीडिया सूत्रों की माने तो सीबीएई के चेयरमैन आरके चतुर्वेदी के मुताबिक, आगामी सत्र से परीक्षाएं 15 फरवरी के आसपास शुरू की जाएंगी और महीनेभर में इन्हें पूरा कर लिया जाएगा. इससे परीक्षा परिणाम जल्दी घोषित करने में मदद मिलेगी.

सीबीएसई का मानना है कि रिजल्ट जल्दी घोषित होने से छात्रों को आगे के एडमिशन में मदद मिलेगी. अभी रिजल्ट जारी होने और अंडरग्रेज्युएट के लिए एडमिशन का समय करीब-करीब एक ही रहता है, इसलिए आपाधापी मची रहती है.

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चतुर्वेदी के अनुसार, अप्रैल तक छुट्टियां शुरू हो जाती हैं और अनुभवी शिक्षक उपलब्ध नहीं होते हैं. इस कारण, मार्च के बीच में मूल्यांकन शुरू करना फायदेमंद होगा. हम बेस्ट टीचर्स की सेवाएं ले पाएंगे. फिलहाल कॉपियां जांचने का काम अप्रैल में होता है और स्कूल अस्थायी, एड-हॉक और नव-नियुक्त शिक्षक ही कॉपी जांचने के लिए दे पाते हैं.

गौरतलब है कि देशभर के विश्वविद्यालयों में दाखिले की प्रक्रिया चल रही है. हजारों ऐसे छात्र हैं जो एडमिशन प्रोसेस के बीच सीबीएसई से वेरिफिकेशन ऑफ मार्क्स करवा रहे हैं. 

 

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