बर्धमान विस्फोट का एक और संदिग्ध गिरफ्तार, NIA कार्यालय के पास विस्फोट
Advertisement

बर्धमान विस्फोट का एक और संदिग्ध गिरफ्तार, NIA कार्यालय के पास विस्फोट

बर्धमान विस्फोट मामले में एनआईए ने जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश :जेएमबी: आतंकवादी समूह का मुख्य सदस्य बताए जाने वाले अमजद शेख को आज गिरफ्तार किया। सीआरपीएफ शिविर के नजदीक सोमवार शाम एक मामूली विस्फोट हुआ जिसमें बर्धमान विस्फोट की जांच कर रहे एनआईए का शिविर कार्यालय भी है।

बर्धमान विस्फोट का एक और संदिग्ध गिरफ्तार, NIA कार्यालय के पास विस्फोट

कोलकाता : बर्धमान विस्फोट मामले में एनआईए ने जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश :जेएमबी: आतंकवादी समूह का मुख्य सदस्य बताए जाने वाले अमजद शेख को आज गिरफ्तार किया। सीआरपीएफ शिविर के नजदीक सोमवार शाम एक मामूली विस्फोट हुआ जिसमें बर्धमान विस्फोट की जांच कर रहे एनआईए का शिविर कार्यालय भी है।

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के निवासी शेख उर्फ काजल पर आरोप है कि वही मुख्य व्यक्ति है जो परिष्कृत विस्फोटक उपकरण बनाने के लिए खुले बाजार से सामग्री खरीदता था।

एनआईए ने कहा कि 30 वर्षीय शेख रसायन खरीदने वाला मुख्य व्यक्ति था और परिष्कृत विस्फोटक उपकरण बनाने के लिए इसे वह अन्य षड्यंत्रकारियों को मुहैया कराता था।

दो अक्तूबर को हुए विस्फोट के संदिग्ध सरगना बांग्लादेशी नागरिक साजिद की गिरफ्तारी के बाद यह दूसरी बड़ी कामयाबी है। साजिद जेएमबी का मुख्य कमांडर बताया जाता है जिसे पश्चिम बंगाल की पुलिस ने शनिवार को कोलकाता हवाई अड्डे के नजदीक गिरफ्तार किया था।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक शेख कोलकाता की एक मेडिकल कम्पनी के साथ काम करता था जो विभिन्न तरह के रोग नाशक दवायें बनाती है। वह कई तरह के प्रतिबंधित रसायनों की खरीद में अपनी कम्पनी के पहचान पत्र का इस्तेमाल करता था। इन रसायनों में ‘पिकरिक एसिड’ भी शामिल है जिसका इस्तेमाल विस्फोटक उपकरण में किया जाता है।

एनआईए ने शेख की गिरफ्तारी की सूचना देने के लिए पांच लाख रूपये नकद इनाम की घोषणा की थी लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर दस लाख कर दिया। विस्फोटों के तुरंत बाद एनआईए ने कोलकाता स्थित उसके आवास पर छापेमारी की और रसायनों की खरीद से संबंधित रसीद बरामद की जिनका इस्तेमाल आईईडी में किया गया था।

जांच में पता चला कि शेख भारत में जेएमबी के शीर्ष नेतृत्व का हिस्सा है और दो अक्तूबर को हुए विस्फोट के बाद आठ अक्तूबर को उसने नयी दिल्ली में शरण ले ली और वहां से उत्तरप्रदेश के बस्ती चला गया जहां एक पुलिसकर्मी ने उसे कुछ दिनों तक शरण दी।

एनआईए ने कहा कि इसके बाद वह पश्चिम बंगाल पहुंच गया जहां आज उसे एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया। मामले में गिरफ्तार छठा व्यक्ति शेख कथित रूप से जेएमबी कमांडरों का निकट सहयोगी है जो पश्चिम बंगाल के दो मदरसों में जिहादी प्रशिक्षण मॉड्यूल चला रहे थे।

वहीं, महानगर के बिधाननगर इलाके में स्थित एनआईए शिविर कार्यालय में बर्धमान विस्फोट के सरगना साजिद और अन्य गिरफ्तार संदिग्धों से पूछताछ हो रही है।

विधाननगर पुलिस कमिश्नरी के अधिकारियों के मुताबिक, ‘प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि शाम साढ़े सात बजे के करीब दो देसी बम फेंके गए, उस समय शिविर कार्यालय इलाके से एक कार गुजर रही थी।’ राज्य की जांच एजेंसी की एक टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई है । विस्फोट में प्रयुक्त सामग्रियों की जांच के लिए राज्य बम विशेषज्ञों की एक टीम भी वहां रवाना हुई है।

इलेक्ट्रॉनिक कंप्लेक्स थाने के अधिकारियों के मुताबिक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। विधाननगर पुलिस कमिश्नरी के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त देवाशीष धर ने कहा कि पुलिस को संदेह है कि प्रयुक्त सामग्री पटाखा भी हो सकता है।

धर ने कहा, ‘हम इसे हल्के में नहीं ले रहे हैं। विस्फोटक सामग्री की प्रकृति के बारे में पता लगाने के लिए पुलिस की एक टीम भी रवाना हो गई है।’ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पिछले महीने 40 अपरिष्कृत विस्फोटक उपकरण बरामद किए थे जो बर्धमान विस्फोट के संदिग्धों से जुड़े हुए थे।

पश्चिम बंगाल पुलिस और एनआईए को पिछले तीन दिनों में दो बड़ी सफलताएं हासिल हुई हैं। शनिवार को इसने जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश के शीर्ष कमांडर साजिद को गिरफ्तार किया जबकि आज इसने अमजद शेख को गिरफ्तार किया है।

Trending news