लोगों की अपेक्षाएं काफी ऊंची, अभी काफी कुछ करना बाकी : पीएम मोदी
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लोगों की अपेक्षाएं काफी ऊंची, अभी काफी कुछ करना बाकी : पीएम मोदी

अपनी सरकार के एक वर्ष पूरा होने की सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार से लोगों की अपेक्षाएं काफी उंची हैं और अभी इस दिशा में काफी काम किया जाना बाकी है।

लोगों की अपेक्षाएं काफी ऊंची, अभी काफी कुछ करना बाकी : पीएम मोदी

नयी दिल्ली : अपनी सरकार के एक वर्ष पूरा होने की सालगिरह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उनकी सरकार से लोगों की अपेक्षाएं काफी उंची हैं और अभी इस दिशा में काफी काम किया जाना बाकी है।

उन्होंने अपनी सरकार के पहले वर्ष की उपलब्धियों के बारे में कहा कि इस दौरान अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने और गरीबों के कल्याण के लिए कई कदम उठाए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने चुनौतियों के समाधान के लिए योजनाबद्ध तरीक से काम कर रही है। लोगों के जीवन की गुणवत्ता, आधारभूत संरचना और सेवाओं में सुधार के प्रयास किये जा रहे हैं। राजग सरकार के एक वर्ष के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुए देशवासियों के नाम खुले पत्र में मोदी ने इसकी विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों एवं उपायों का जिक्र किया है।

उन्होंने कहा, इस प्रथम वर्ष में विकास यात्रा की मजबूत नींव से देश ने खोया विश्वास पाया है। मुझे भरोसा है कि हमारे प्रयासों ने आपकी जिंदगी को छुआ होगा। यह मात्र शुरुआत है। देश आगे बढ़ने को तैयार है। हम सब संकल्प ले कि हमारा हर कदम देशहित में आगे बढ़ें। मोदी ने कहा कि लोगों ने एक साल पहले प्रधानसेवक बनाकर जो जिम्मेदारी और सम्मान उन्हें दिया था, उसका निवर्हन पूरी ईमानदारी और गंभीरता के साथ करने के लिए उन्होंने अपने शरीर और आत्मा के हर कण को समर्पित कर दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा, हमने एक ऐसे समय पर पद संभाला था, जब भारत के बारे में विश्वास घट रहा था। लगातार बढ़ते भ्रष्टाचार और अनिर्णय की स्थिति ने सरकार को पंगु बना दिया था। बढ़ती महंगाई और आर्थिक असुरक्षा के बीच लोगों को असहाय छोड़ दिया गया था। प्रधानमंत्री ने कहा, सुदृढ़ अर्थव्यवस्था के लिए भरोसेमंद सरकार आवश्यक होती है। जब हमारी सरकार बनी, उस समय आर्थिक स्थिति डांवाडोल थी। महंगाई तेजी से बढ़ रही थी। मुझे खुशी है कि हमारे प्रयासों से विगत एक वर्ष में भारत सबसे तेजी से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बनी, महंगाई नियंत्रित हुई है और पूरे वातावरण में नए उत्साह का संचार हुआ है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले एक वर्ष में सरकार ने डांवाडोल अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने, महंगाई पर काबू पाने और निवेशकों के विश्वास को बढ़ाने का काम किया है। आर्थिक मोर्चे पर सरकार की एक वर्ष की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, विश्व स्तर पर भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है। पूंजी निवेश बढ़ा है। उन्होंने कहा, हमारी सकारात्मक दृष्टि की दुनिया भर की अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं और रेटिंग एजेंसियों ने सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार ने डीजल को नियंत्रण मुक्त करने, रक्षा और बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश सीमा को बढ़ाने और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने की दिशा में आगे बढ़ने जैसे काफी समय से लंबित कई साहसी सुधार कार्यक्रमों की दिशा में पहल की।

मोदी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष में 8 प्रतिशत वृद्धि हासिल करने की उम्मीद है जो 2014-15 में 7.4 प्रतिशत थी। राजकोषीय घाटा एक वर्ष पहले के 4 प्रतिशत से घटकर इस वित्त वर्ष में 3.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार गरीबों, वंचितों और पीछे छूट गए लोगों के लिए प्रतिबद्ध है और यह अंत्योदय के सिद्धांत से निर्देशित है। उन्होंने कहा, हम उन्हें अधिकार संपन्न बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि वे गरीबी के खिलाफ जंग में हमारे सैनिक बन सकें।

मोदी ने अपने खुले पत्र में लिखा है, भ्रष्टाचार मुक्त पारदर्शी, नीति आधारित प्रशासन और शीघ्र निर्णय हमारे मूलभूत सिद्धांत हैं। पहले प्राकृतिक संपदा जैसे कोयला या स्पेक्ट्रम का अवंटन मनमानी से, चहेते उद्योगपतियशें को होता था। किन्तु देश के संसाधन देश की सम्पत्ति है। सरकार का मुखिया होने के नाते मैं उसका ट्रस्टी हूं। इसलिए हमने निर्णय किया कि इनका आवंटन नीलामी से होगा। कोयले के अब तक हुए आवंटन से लगभग तीन लाख करोड़ रूपये और स्पेक्ट्रम से एक लाख करोड़ रूपये की आमदनी होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कालाधन वापस लाने का वादा किया था। सरकार बनते ही पहला निर्णय कालेधन पर एसआईटी गठन करने का किया गया। फिर विदेशों में कालाधन रखने वालों को कड़ी सजा देने के लिए कानून बनाया। उन्होंने कहा कि इरादों और कार्यों दोनों में शुद्धता के सिद्धांत पर कायम रहने के कारण भ्रष्टाचार-मुक्त शासन सुनिश्चित किया जा सका।

मोदी ने कहा कि कार्य संस्कृति में ऐसे महत्वपूर्ण बदलाव लाए गए हैं, जो कि पेशेवराना अंदाज के साथ-साथ संवेदनाओं का भी पोषण करते हैं और व्यवस्थाओं को मजबूत करने के साथ-साथ अवरोधों को तोड़ते हैं। मोदी ने कहा कि टीम इंडिया की भावना तैयार करने और राष्ट्रीय विकास के लिए प्रयासों में राज्य सरकारों को बराबर का सहयोगी बनाया गया है।

सबसे महत्वपूर्ण, हम सरकार में विश्वास बहाल करने में कामयाब रहे हैं। मोदी ने कहा कि स्कूलों में शौचालय बनाने से लेकर आईआईटी, आईआईएम और एम्स स्थापित करने, बच्चों को टीका मुहैया कराने से लेकर लोगों द्वारा संचालित स्वच्छ भारत मिशन शुरू करने तक, श्रमिकों को न्यूनतम पेंशन सुनिश्चित करने से लेकर आम आदमी को सामाजिक सुरक्षा मुहैया कराने तक, प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों की मदद में वृद्धि से लेकर डब्ल्यूटीओ में उनके हितों की रक्षा तक कई कदम और योजनाएं शुरू की गयी हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, हमने जोड़ने का काम किया है .. देश की सीमाओं, बंदरगाहों और पूरे भारत को एक कोने से दूसरे कोने तक जोड़ने के लिए सड़कें और रेलवे को नया जीवन देने का प्रयास किया। लोगों को जोड़ने के लिए डिजिटल इंडिया और सभी मुख्यमंत्रियों के साथ टीम इंडिया की अवधारणा दूरियां मिटाने का प्रयास है। किसानों के बारे में उन्होंने कहा, हमारे अन्नदाता सुखी रहें यह हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे किसान अथक मेहनत कर देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करते हैं। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, बिजली व्यवस्था, नई यूरिया नीति और भू-स्वास्थ्य कार्ड कृषि विकास के लिये हमारी प्रतिबद्धता है।

 

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