दिवाली पर मिल सकती है राहत, घट सकती हैं पेट्रोल और डीजल की कीमतें
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दिवाली पर मिल सकती है राहत, घट सकती हैं पेट्रोल और डीजल की कीमतें

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्रकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अमृतसर में आश्वासन दिया कि अगले महीने दीवाली से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी आएगी.

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्रकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में कमी आने की उम्मीद जताई है.

अमृतसर: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी से परेशान लोगों को राहत देने वाली खबर है. केंद्रीय पेट्रोलियम और प्रकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अमृतसर में आश्वासन दिया कि अगले महीने दीवाली से पहले पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी आएगी. मंत्री से जब पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अमेरिका में बाढ़ के चलते पेट्रोलियम पदार्थों के उत्पादन में 13 फीसदी की गिरावट आई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, 'अमेरिका में आई बाढ़ से ऑयल का प्रोडक्शन प्रभावित हुआ है, अगले महीने तक स्थिति सामान्य हो सकती है. पूरी उम्मीद है कि पेट्रोल-डीजल के दाम दीवाली से पहले घट जाएंगे.'

  1. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोत्तरी पर बोले मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
  2. कहा, दिवाली तक घट सकते हैं दाम, अमेरिका में आई बाढ़ के चलते बढ़े दाम
  3. जीएसटी के दायरे में लाए जाएंगे पेट्रोलियम प्रोडक्ट

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हाल ही में राज्य से कैबिनेट मंत्री का दर्जा पाने वाले धर्मेंद्र प्रधान ने ऑयल कंपनियों के ज्यादा मुनाफे के सवाल पर कहा कि सब कुछ पानी की तरह साफ है. जब पेट्रोलियम मंत्री से पेट्रोलियम प्रोडक्ट को जीएसटी के दायरे में लाने के लिए कहा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है यह जीएसटी के दायरे में आ जाएगा. उन्होंने कहा, 'इससे ग्राहकों को काफी फायदा होगा.'

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मालूम हो कि पिछले कुछ दिनों से देशभर में पेट्रोल और डीजल के दाम में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है. मुंबई में पेट्रोल 80 रुपए प्रति लीटर तक बिके हैं. पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, 'केंद्रीय कर का 42 प्रतिशत हिस्सा राज्यों से आता है और राज्यों की अपनी स्वयं की कर प्रणाली है. राज्यों से आ रहे कर संग्रह का एक बड़ा हिस्सा उपयोग किया जाता है. 

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उन्होंने कहा कि देश में विभिन्न कल्याणकारी परियोजनाओं को लागू करने के लिए धन की आवश्यकता होती है. क्या आपको नहीं लगता कि हमें अच्छी सड़कों का निर्माण करना चाहिए, क्या आपको नहीं लगता कि हमें नागरिकों को साफ पेयजल देना चाहिए. भारत सरकार के खर्ज को देखिये. पहले गरीबों की आवासीय योजना पर सरकार 70,000 प्रति इकाई खर्च करता थी और अब 1.5 लाख रुपये खर्च कर रही है.

पिछले दिनों पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने पेट्रोल और डीजल के दाम की दैनिक आधार पर समीक्षा करने से रोकने के लिए सरकार के हस्तक्षेप से इनकार किया था.मंत्री ने यह भी कहा कि सुधार जारी रहेगा. उनसे यहां संवाददाताओं ने पूछा था कि क्या मूल्य वृद्धि को देखते हुए सरकार की दैनिक आधार पर कीमत में बदलाव की प्रक्रिया रोकने की योजना है.

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