हमें क्या बोलना है यह हम तय करेंगे, विपक्ष नहीं : राम माधव
Advertisement

हमें क्या बोलना है यह हम तय करेंगे, विपक्ष नहीं : राम माधव

भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव ने कहा कि ‘मन की बात’ को बंद करने की मांग को लेकर आज सभी विपक्षी दल एक साथ मिलकर चुनाव आयोग के पास गये हैं। हमें क्या बोलना है, कब बोलना है, कैसे बोलना है, यह विपक्ष तय नहीं करेगा, हम तय करेंगे।

जयपुर : भारतीय जनता पार्टी के महासचिव राम माधव ने कहा कि ‘मन की बात’ को बंद करने की मांग को लेकर आज सभी विपक्षी दल एक साथ मिलकर चुनाव आयोग के पास गये हैं। हमें क्या बोलना है, कब बोलना है, कैसे बोलना है, यह विपक्ष तय नहीं करेगा, हम तय करेंगे।

इंडियन यूथ पार्लियामेंट में युवाओं को संबोधित करते हुए राम माधव ने कहा कि विपक्ष के एक वर्ग ने लोकसभा को एक महीने तक नहीं चलने दी। राजनीतिक क्षेत्र में मुद्दों पर विरोध होना चाहिए और उस पर बहस हो लेकिन लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को चलने नहीं देना और हमारे बीच के संबंध में एक घृणा का भाव पैदा करना ठीक नहीं है।

उन्होंने कहा कि विपक्ष में बैठने वाले लोगों का काम केवल विरोध करने की है। सरकार अच्छा करे तो भी विपक्ष उसकी खिलाफत करता है। यह आजकल बहुत ज्यादा हो गया है। विपक्ष का काम केवल सरकार के अच्छे काम को आगे नहीं बढ़ने देना है क्योंकि अच्छे काम का श्रेय तो सरकार को मिल जाएगा। यह सोच दुर्भाग्यपूर्ण है।

भाजपा नेता ने कहा कि हर सरकार अपनी नीतियां बनाती है नयी आने वाली सरकार आकर नीतियों को देखती है कुछ को जारी रखती है कुछ नयी बनाती है। यदि हमने अच्छी नीतियां बनायी है तो जनता हमे फिर से मौका देगी वर्ना पांच साल बाद दूसरे लोग आयेंगे।

राममाधव ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में नीतियों पर बहस करके नीतियों में सुधार करने में सहयोग करना अच्छा है। केवल विरोध करना उचित नहीं है। युवा अच्छे आदर्श, विकास की सोच के साथ आगे आएंगे तो ऐसी व्यवस्थाएं आयेगी। 

उन्होंने कहा कि भारत में हर साल दो करोड़ नये युवक रोजगार पाने की उम्र में आ रहे हैं और देश में केवल 20 लाख लोगों को प्रतिवर्ष रोजगार मिलते हैं। एक करोड़ 80 लाख लोगों को सरकार या बडी निजी कम्पनियां नौकरी नहीं दे सकती है। उन्होने युवाओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे लालबत्ती के आकषर्ण में राजनीति में नहीं आये, कुछ अच्छा करने के लिये आये।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आप भ्रष्ट नहीं कर सकते उनको भ्रष्ट करके देखों। मुझे कोई भ्रष्ट नहीं कर पायेगा ऐसा आदर्शवाद चाहिए। अगर इस तरह के आदर्शवाद वाले युवक तैयार होते है तो भ्रष्टचार खत्म होगा।

Trending news