पीएम मोदी का सोनिया गांधी पर पलटवार, बोले- कालेधन पर सख्त कानून से हवालेबाज हुए परेशान, ऐसे लोग अब हमसे मांग रहे हिसाब
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पीएम मोदी का सोनिया गांधी पर पलटवार, बोले- कालेधन पर सख्त कानून से हवालेबाज हुए परेशान, ऐसे लोग अब हमसे मांग रहे हिसाब

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से की गई ‘हवाबाजी’ संबंधी टिप्पणी पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में जीएसटी विधेयक पारित नहीं होने देने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के विकास, जनता की भलाई के काम और लोकतंत्र के मार्ग में ‘हवालाबाज’ रुकावटें खड़ी कर रहे हैं और कालेधन पर सरकार की ओर से सख्त कानून बनाने से परेशान हो गए हैं। और अब ऐसे हवालेबाज लोग हमसे हिसाब मांग रहे हैं।  

पीएम मोदी का सोनिया गांधी पर पलटवार, बोले- कालेधन पर सख्त कानून से हवालेबाज हुए परेशान, ऐसे लोग अब हमसे मांग रहे हिसाब

भोपाल : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से की गई ‘हवाबाजी’ संबंधी टिप्पणी पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद में जीएसटी विधेयक पारित नहीं होने देने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के विकास, जनता की भलाई के काम और लोकतंत्र के मार्ग में ‘हवालाबाज’ रुकावटें खड़ी कर रहे हैं और कालेधन पर सरकार की ओर से सख्त कानून बनाने से परेशान हो गए हैं। और अब ऐसे हवालेबाज लोग हमसे हिसाब मांग रहे हैं।  

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब 1984 में भाजपा की दो सीटें थी उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी भाजपा का मजाक उड़ाते थे और अब कांग्रेस के सीटों की संख्या 40 रह गई है जो कभी 400 थी। प्रधानमंत्री ने यहां भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र में जय और पराजय होती रहती है। चुनाव में जय मिलने पर जनता की भलाई के लिए प्राणप्रण से काम करने और पराजय मिलने पर आत्ममंथन करके कमियों को दूर करने की जरूरत होती है। लेकिन कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में पराजय से कोई सबक नहीं लिया है। हमने पराजय के बाद अपनी कमियों को देखा और किसी पर दोष नहीं मढ़ा। इसी सोच का नतीजा है कि जनता ने आज पूर्ण बहुमत दिया और सरकार चुनी। जनता के विश्‍वास को पूरा करने में कसर नहीं छोड़ूंगा।

संसद में जीएसटी विधेयक पारित नहीं होने देने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि हमने इस आशा से संसद सत्र का सत्रावसान नहीं किया था कि विरोधी दल देश के लोगों की आशा, आकांक्षाओं को समझेंगे, जनता की भावना को समझेंगे। अगर जनता ने पराजय दी है तो उसे स्वीकार करेंगे। हमें उम्मीद थी कि कुछ समय के व्यवधान के बाद संसद चलने लगेगी। उन्होंने कहा कि करीब-करीब सभी दल इस बात से सहमत थे कि संसद चलनी चाहिए, निर्णय होने चाहिए लेकिन एक है जो मानता नहीं। आखिरकार भारी मन से हमें संसद का सत्रावसान करने का निर्णय करना पड़ा। संसद चले ऐसी आशा थी लेकिन उन्होंने (कांग्रेस) ऐसा होने नहीं दिया। जीएसटी पर मानसूत्र सत्र की अवधि को बढ़ाने का विचार छोड़ने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के अलावा अन्य सभी दल संसद की कार्यवाही चलाने के पक्ष में थे।

कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पर ‘हवाबाजी’ करने संबंधी टिप्पणी का जिक्र किये बिना मोदी ने कहा कि सरकार ने कालाधन पर कठोर कानून बनाया है। कालेधन पर कठोर कानून से हवालेबाजों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई है, वे परेशान हो गए हैं। मोदी ने कहा कि हवालेबाज लोकतंत्र के मार्ग में रुकावटें डालने का काम कर रहे हैं।

पीएम ने कहा कि आर्थिक संकट में आज अकेला हिंदुस्‍तान ही टिका हुआ है। हमने विकास के लिए कई अहम योजनाएं लाई हैं। गैस सब्सिडी को हमने सीधे अकाउंट से जोड़ दिया। मुद्रा बैंक, जनधन योजना से गरीबों को भला होगा। गैस सब्सिडी में दलाली को खत्‍म किया। मध्‍य प्रदेश की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि हर राज्‍य कुछ न कुछ यहां से सीखता है़। मध्‍य प्रदेश की जनता का बीजेपी में विश्‍वास बढ़ता ही जा रहा है। इस मौके पर मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।

पीएम ने कहा कि हम लोकतंत्र की मर्यादाओं का पालन करते हुए जनता जनार्दन की आशा एवं आकांक्षाओं को पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। कोई रुकावट आएगी तो उसे दूर करने के लिए रास्ता निकालेंगे। उल्लेखनीय है कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्य समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा था कि भूमि अध्यादेश पर यूटर्न से स्पष्ट है कि सरकार को जमीनी हकीकत का पता नहीं है। यह पीड़ादायक रूप से स्पष्ट हो चुका है कि प्रधानमंत्री ने चुनाव अभियान के दौरान जो वादे किये, वे हवाबाजी से अधिक और कुछ भी नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने देश की भलाई के लिए सार्वजनिक रूप से संसद चलने देने का आग्रह किया था। हिन्दुस्तान आज अकेले वैश्विक संकट के बीच टिका हुआ है और भारत को आगे बढ़ने का अवसर मिला है। हम देश एवं जनता की भलाई के लिए काम करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे।

मोदी ने कहा कि लोकतंत्र में जय और पराजय एक सामान्य बात है। कभी भाजपा के संसद में केवल दो सदस्य थे। अटलजी समेत सभी अनेक लोग चुनाव हार गए थे। ‘तब के प्रधानमंत्री राजीव गांधी भाजपा का मजाक उड़ाते थे और हमें सुनना पड़ता था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो दल 400 सीटें लेकर बैठी था, वह आज 40 में सिमट गया है। उन्होंने कहा कि हमें 1984 में पराजय मिली, उस पराजय से हमने सीखने का प्रयास किया, जो दिशा ठीक नहीं थी, उसे ठीक किया, उपर से नीचे तक सभी लोगों ने ठीक करने का प्रयास किया और इसमें लोगों की राय भी ली। हालांकि उस चुनाव को श्रीमती इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि के रूप में देखा जाता है फिर भी भाजपा ने अपनी कमियों को दूरने करने का प्रयास किया। लेकिन कांग्रेस ने कोई सबक नहीं सीखा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश की जनता ने हमारे ऊपर विश्वास किया और 30 साल के अंतराल के बाद देश में पूर्ण बहुमत की सरकार बनी। सरकार की कल्याण योजनाओं एवं कार्यक्रमों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सिर्फ कानून बनाना ही काफी नहीं है, हमारी सरकार का प्रयास उसे लागू करने का है ताकि देश के गरीब से गरीब लोगों को उसका फायदा मिल सके। मुद्रा बैंक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमने समाज के कमजोर वर्गों और छोटे छोटे व्यवसाय में लगे लोगों को आर्थिक मदद के लिए ‘मुद्रा बैंक’ की स्थापना की। छोटे गरीब लोगों, रेहड़ी पटरी पर ठेला लगाकर आजीविका चलाने वालों को आगे बढ़ने में मदद और साहूकारों के कर्ज से मुक्ति दिलाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण पहल है।

जनधन योजना के तहत बैंकों में खाते खोलने के औचित्य पर कुछ वर्गों की ओर से सवाल उठाये जाने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह बताना चाहते हैं कि इसका औचित्य क्या है। जब घरों में उपयोग वाले गैस सिलिंडर को जनधन और आधार से जोड़ दिया गया तब इससे गैस सिलिंडर पर मिलने वाली सब्सिडी बिचौलियों और ठेकेदारों के हाथों में जाने की बजाए सीधे उपभोक्ताओं के खाते में जा रही है। मोदी ने कहा कि जब से यह व्यवस्था लागू हुई है तब से गैस सब्सिडी में पांच करोड़ लोग कम हुए है। पांच करोड़ लोगों के नाम पर खेला जाने वाला सब्सिडी का यह खेल खत्म हुआ है और इससे 19 हजार करोड़ रूपया बचाया जा सकेगा। उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि क्या इससे भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं लग रही है? प्रधानमंत्री ने 25 सितंबर को पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती और दो अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती का जिक्र करते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं से गांव-गांव, गली-गली, अस्पतालों, स्कूलों, रेलवे स्टेशनों आदि में स्वच्छता अभियान चलाने का आग्रह किया।

 

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