कपड़े की पेंटिंग पर पीएम मोदी के हस्ताक्षर करने पर विवाद
Advertisement
trendingNow1271190

कपड़े की पेंटिंग पर पीएम मोदी के हस्ताक्षर करने पर विवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कपड़े की एक पेंटिंग पर हस्ताक्षर किये जाने के बाद आज विवाद खड़ा हो गया जहां सोशल मीडिया पर आलोचकों ने कहा कि यह राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है लेकिन सरकार ने इस बात को पूरी तरह खारिज कर दिया है।

कपड़े की पेंटिंग पर पीएम मोदी के हस्ताक्षर करने पर विवाद

न्यूयॉर्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कपड़े की एक पेंटिंग पर हस्ताक्षर किये जाने के बाद आज विवाद खड़ा हो गया जहां सोशल मीडिया पर आलोचकों ने कहा कि यह राष्ट्रीय ध्वज का अपमान है लेकिन सरकार ने इस बात को पूरी तरह खारिज कर दिया है।

कपड़े का यह टुकड़ा विशेष रूप से सक्षम एक लड़की की हस्तशिल्प कृति था और मोदी ने इस पर उस समय हस्ताक्षर किये जब लड़की ने सेलिब्रिटी शेफ विकास खन्ना के साथ उनसे मुलाकात की थी। खन्ना ने गुरुवार रात फॉर्च्यून 500 में सूचीबद्ध कंपनियों के सीईओ के साथ प्रधानमंत्री मोदी के रात्रिभोज का मेन्यू तैयार किया था।

शेफ ने जब प्रधानमंत्री के हस्ताक्षर वाला कपड़े का टुकड़ा मीडिया को दिखाया तो सोशल मीडिया पर आलोचनाएं शुरू हो गयीं और विपक्षी कांग्रेस ने इसे लेकर हमला बोल दिया। सरकारी प्रवक्ता फ्रेंक नोरोन्हा ने इस बात से इनकार किया कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय ध्वज पर हस्ताक्षर किये थे। उन्होंने कहा कि इसे जब्त नहीं किया गया है जिस तरह की खबरें आई हैं।

पत्र सूचना कार्यालय में महानिदेशक (मीडिया और संचार) नोरोन्हा ने नयी दिल्ली में कहा कि वह कपड़े का टुकड़ा एक ‘विशेष रूप से सक्षम’ लड़की की हस्तशिल्प रचना थी और प्रधानमंत्री ने करूणा के आधार पर उस पर हस्ताक्षर किये थे। नोरोन्हा ने कहा, ‘उस कपड़े के टुकड़े पर ना तो सफेद रंग है और ना ही चक्र है। उसे लड़की ने अपने पैर के अंगूठे से बनाया है और प्रधानमंत्री ने उसके प्रति करूणा दिखाई।’ उन्होंने इस बात को पूरी तरह गलत बताया कि इसे जब्त कर लिया गया है।

भारतीय ध्वज संहिता, 2002 के अनुसार भारत के राष्ट्रीय ध्वज पर किसी तरह का कुछ अंकित करना राष्ट्रीय ध्वज का अपमान होता है। इसमें यह भी कहा गया है कि तिरंगे पर किसी तरह का कुछ लिखा नहीं जाएगा। सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं आने लगीं और विवाद शुरू हो गया।

क्या राष्ट्रीय ध्वज पर हस्ताक्षर करने का प्रधानमंत्री का कदम आईपीसी के तहत कोई अपराध है, इस पर कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने नयी दिल्ली में कहा, ‘हम भाजपा की तरह संकीर्ण सोच वाले नहीं हैं। हम प्रधानमंत्री के पद का सम्मान करते हैं।’ 

उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि प्रधानमंत्री को इस बारे में विचार करके सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए क्योंकि राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना 125 करोड़ जनता की जिम्मेदारी है और उससे भी अधिक प्रधानमंत्री की है। सुरजेवाला ने कहा, ‘आप ऊंचे पद पर बैठे हो सकते हैं, लेकिन राष्ट्रीय ध्वज आपसे ऊपर है। आपको इसे समझना चाहिए।’ 

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, ‘क्या प्रधानमंत्री ने ध्वज संहिता 2002 के पैरा 2.1, सब पैरा 6 और पैरा 3.28 पढ़ा है जिसमें लिखा है कि राष्ट्रीय ध्वज पर लिखना दुरूपयोग करना है। इसके लिए पीआईएनएच कानून 2003 के तहत तीन साल की कैद की सजा का प्रावधान है।’ 

प्रधानमंत्री ने शेफ विकास खन्ना को यह तिरंगा दिया था और उनसे कहा था कि यहां वाल्डोर्फ एस्टोरिया होटल में उनसे मुलाकात करने वाले मेहमानों के लिए शानदार मेन्यू तैयार करने पर खन्ना ने उन्हें गौरवान्वित किया है। मोदी के मेहमानों में अमेरिका की शीर्ष 50 कंपनियों के सीईओ शामिल थे।

Trending news