पीएम मोदी सरदार सरोवर परियोजना को इसके 30 दरवाजों को खोलने के बाद राष्ट्र को समर्पित करेंगे, इसे नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण ने इस साल 17 जून को बंद कर दिया गया था.
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अहमदाबाद: तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 56 साल पहले नर्मदा जिले के केवादिया में सरदार सरोवर बांध की आधारशिला रखी थी. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन 17 सितंबर को इसका उद्घाटन करेंगे. यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने यह बातें कही. रूपाणी ने कहा कि पीएम मोदी सरदार सरोवर परियोजना को इसके 30 दरवाजों को खोलने के बाद राष्ट्र को समर्पित करेंगे, जिसे नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण द्वारा इस साल 17 जून को बंद कर दिया गया था.
नर्मदा नियंत्रण प्राधिकरण ने 16 जून को देश के सबसे बड़े बांध के दरवाजों को बंद करने का आदेश दिया था. इसके दरवाजे बंद करने के बाद बांध की ऊंचाई 138 मीटर बढ़ाई गई, जिससे इसकी भंडारण क्षमता 12.7 लाख क्यूबिक मीटर से बढ़कर 47.3 लाख क्यूबिक मीटर (एमसीएम) हो गई. पहले इस बांध की ऊंचाई 121.92 मीटर थी.
रूपाणी ने कहा कि यह मोदी के जन्मदिन का सबसे अच्छा तोहफा है, क्योंकि उन्होंने इस बांध के लिए अथक काम किया है, ताकि राज्य के सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पानी लाया जा सके.
उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 से पहले सात सालों तक संप्रग सरकार ने बांध के गेट स्थापित करने की अनुमति नहीं दी. मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के 17 दिन के अंदर अनुमति दे दी गई.
उन्होंने यह भी कहा कि इस परियोजना से 18 लाख हेक्टेयर जमीन को लाभ होगा नर्मदा के पानी से नहरों के जरिए 9,000 गांवों में सिंचाई की जा सकेगी.