मोरीगांव के उपायुक्त हेमन दास ने बताया कि जिला प्रशासन ने इस्लाम को एनआरसी को अद्यतन करने के काम में लगाया था. प्रशासन ने 13 अगस्त को उसे इस काम से हटा दिया था.
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मोरीगांव: असम में राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण (एनआरसी) के कार्य में शामिल एक सरकारी स्कूल शिक्षक को हिरासत में ले लिया गया. पुलिस ने आज बताया कि जून में गुवाहाटी उच्च न्यायालय द्वारा उसे अवैध बांग्लादेशी प्रवासी घोषित किए जाने की बात सामने आने के बाद यह कदम उठाया गया. पुलिस अधीक्षक (एसपी) स्वप्निल डेका ने बताया कि मोरीगांव के विदेशी नागरिक अधिकरण ने इससे पहले खैरुल इस्लाम को एक घुसपैठिया घोषित किया था. उसे कल रात मोरीगांव जिले के मोइराबारी के पास से हिरासत में लिया गया.
मोरीगांव के उपायुक्त हेमन दास ने बताया कि जिला प्रशासन ने इस्लाम को एनआरसी को अद्यतन करने के काम में लगाया था. प्रशासन ने 13 अगस्त को उसे इस काम से हटा दिया था. एसपी ने बताया कि मोरीगांव के विदेशी नागरिक प्राधिकरण के फैसले को बरकरार रखने वाले गुवाहाटी उच्च न्यायालय के फैसले की प्रति मिलने के बाद पुलिस ने खैरुल को ढूंढने के लिए तलाश अभियान चलाया और मोइराबारी गांव के पास से उसे हिरासत में ले लिया.
डेका ने बताया कि निर्धारित प्रक्रिया के मुताबिक इस्लाम को आज दोपहर विदेशी नागरिक हिरासत शिविर में भेजा जाएगा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिले के खांदापुखुरी लोअर प्राथमिक स्कूल के शिक्षक इस्लाम को मोरीगांव जिला प्रशासन ने एनआरसी सेवा केंद्र में संबंधित कार्य के लिए नियुक्त किया था. वह उन 40,000 सरकारी कर्मचारियों में शामिल था जिन्हें राज्य भर में एनआरसी के कार्य में लगाया गया था.
(इनपुट भाषा)