अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने की पीएम से मुलाकात, '2+2 वार्ता' के बारे में दी जानकारी
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अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ने की पीएम से मुलाकात, '2+2 वार्ता' के बारे में दी जानकारी

भारत और अमेरिका ने बृहस्पतिवार को टू प्लस टू वार्ता के पहले दौर की वार्ता की थी. 

‘प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी बातचीत का स्मरण करते हुए मंत्रियों से उनकी ओर से भी ट्रंप को शुभकामना प्रेषित करने का आग्रह किया.’ (फोटो साभार @narendramodi)

नई दिल्ली: अमेरिकी विदेश मंत्री आर पोम्पियो और रक्षा मंत्री जेम्स मैट्टिस ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भारत और अमेरिका के बीच हुई पहली टू प्लस टू वार्ता के बारे में जानकारी दी . उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अभिवादन प्रेषित किया.

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी संक्षिप्त बयान में कहा गया है,‘प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ अपनी बातचीत का स्मरण करते हुए मंत्रियों से उनकी ओर से भी ट्रंप को शुभकामना प्रेषित करने का आग्रह किया.’

बयान के अनुसार दोनों अमेरिकी मंत्रियों ने इससे पहले हुई फलप्रद और उपयोगी टू प्लस टू वार्ता के बारे में जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने ट्र प्लस ट्र वार्ता करने के लिए दोनों अमेरिकी मंत्रियों तथा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज एवं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को बधाई दी. इस दौरान स्वराज और सीतारमण भी मौजूद थीं . 

भारत और अमेरिका ने बृहस्पतिवार को टू प्लस टू वार्ता के पहले दौर की वार्ता की थी. वह द्विपक्षीय संबंधों के विस्तार तथा रणनीतिक भारत प्रशांत क्षेत्र समेत अपने वैश्विक रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने पर केंद्रित थी.

भारत-अमेरिका के बीच अहम रक्षा करार पर हुए हस्ताक्षर
बता दें भारत और अमेरिका के बीच पहली ‘टू प्लस टू’ वार्ता के बाद गुरूवार को यहां दोनों के बीच एक रक्षा करार पर हस्ताक्षर हुए जिसके तहत भारतीय सेना को अमेरिका से महत्वपूर्ण और एन्क्रिप्टिड (कूट रूप से सुरक्षित) रक्षा प्रौद्योगिकियां मिलेंगी. ‘टू प्लस टू’ वार्ता में दोनों देशों ने सीमापार आतंकवाद, एनएसजी की सदस्यता के भारत के प्रयास और विवादित एच1बी वीजा के मुद्दों पर चर्चा की.

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अमेरिकी विदेश मंत्री माइकल आर पोम्पिओ तथा रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस से वार्ता में दोनों देशों ने उनके बीच हॉटलाइन भी स्थापित करने का फैसला किया. स्वराज ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रथम वार्ता के एजेंडे पर संतोष जताया और इसमें हुई बातचीत का ब्योरा रखा.

पोम्पिओ ने ‘संचार, संगतता, सुरक्षा समझौता’ (कॉमकोसा) को संबंधों में ‘मील का पत्थर’ करार दिया, वहीं सीतारमण ने कहा कि करार भारत की रक्षा क्षमता और तैयारियों को बढ़ाएगा.

(इनपुट - भाषा)

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