प्रद्युम्न के पिता बोले, सीबीआई जांच की मांग के लिए जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
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प्रद्युम्न के पिता बोले, सीबीआई जांच की मांग के लिए जाएंगे सुप्रीम कोर्ट

प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा, सीबीआई जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट जाएंगे (फोटोः एएआई)

नई दिल्लीः गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में 7 साल के छात्र की हत्या के मामले की सीबीआई जांच के लिए पीड़ित परिवार सोमवार को सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा. रायन इंटनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले प्रद्युम्न ठाकुर का शव शुक्रवार को स्कूल के टॉयलेट से मिला था. पुलिस ने इस मामले में स्कूल बस कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया है. लेकिन प्रद्युम्न के परिवार वालों का कहना है कि वो इस गिरफ्तारी से संतुष्ट नहीं है. प्रद्युम्न के परिवार वालों ने कहा कि इस मामले में स्कूल प्रशासन कुछ छिपा रहा है, जिसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए. वैसे राज्य सरकार ने इस मामले में एसआईटी जांच का आदेश दिया है. जिसकी जांच रिपोर्ट रविवार शाम को गुरुग्राम के डीसी के पास जमा करा दी गई है. खबरों की मानें तो इस रिपोर्ट में स्कूल प्रबंधन की लापरवाही की कई खामिया उजागर हुई हैं.

  1. गुरुग्राम छात्र हत्या मामले में सीबीआई जांच की मांग
  2. मारे गए छात्र प्रद्युम्न के परिवार वाले सुप्रीम कोर्ट जाएंगे
  3. परिवार ने कहा-स्कूल प्रबंधन जांच को प्रभावित कर रहा है

रविवार रात करीब 11 बजे प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने मीडिया को बताया कि वो इस मामले की सीबीआई से जांच करने के लिए सोमवार को सुप्रीम में अर्जी लगाएंगे.

वरुण ने कहा कि पुलिस की जांच को कोई प्रभावित कर रहा है. प्रद्युम्न के पिता ने कहा कि मेरे बेटे की हत्या करने वाले गुनहगारों पर कार्रवाई हो. उन्होने कहा कि रायन स्कूल प्रशासन को गिरफ्तार किया जाए.

उन्होंने सीधे-सीधे कहा कि रायन स्कूल प्रशासन इस मामले में पुलिस जांच को प्रभावित कर रहा है. उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्कूल की होती है, स्कूल के बाथरूम में कंडक्टर चाकू लेकर कैसे पहुंचा? 

एसआईटी रिपोर्ट में स्कूल की लापरवाही की खुली पोल
इस मामले की जांच कर रही तीन सदस्यीय स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने अपनी जांच में पाया कि स्कूल प्रबंधन ने स्कूल परिसर में सीसीटीवी लगाने में गड़बड़ी की गई थी. साथ ही स्कूल के अंदर ड्राइवर और कंडक्टरों के लिए अलग से कोई टॉयलेट की व्यवस्था नहीं थी. स्कूल की बाउंड्री भी टूटी हुई थी और टॉयलेट बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं थे. एसआईटी के सदस्यों ने यह भी बताया कि स्कूल में रखे गए कर्मचारियों की भी सही तरीके से पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कि जाती है. एसआईटी द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद गुरुग्राम के डीसी ने माध्यमिक शिक्षा के निदेशक को पत्र लिखकर हरियाणा स्कूल शिक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए. 

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