प्रद्युम्न हत्‍याकांड: 'हरियाणा पुलिस ने नशीली दवाएं देकर जुर्म कबूल करवाया'- बस कंडक्‍टर की पत्‍नी
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प्रद्युम्न हत्‍याकांड: 'हरियाणा पुलिस ने नशीली दवाएं देकर जुर्म कबूल करवाया'- बस कंडक्‍टर की पत्‍नी

दरअसल, अशोक कुमार बुधवार को भोंडसी जेल से रिहा होने के वहां से सीधे सोहना के घांबरोज गांव में अपने घर पहुंचा. यहां अशोक के साथ उनके परिजन और वकील मोहित वर्मा मौजूद थे. 

रायन इंटरनेशनल स्‍कूल के बस कंंडक्‍टर अशोक कुमार ने न्‍यूज एजेंसी ANI से कहा कि 'मैं बहुत दर्द में हूं'. (फोटो- ANI)

नई दिल्‍ली : रायन इंटरनेशनल स्कूल के सात साल के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए स्कूल बस कंडक्टर अशोक कुमार ने बुधवार को जेल से रिहाई के बाद कहा कि 'वह बहुत दर्द में है'. वहीं, अशोक की पत्‍नी ने हरियाणा पुलिस पर आरोप लगाए कि 'उसके पति को पुलिस ने काफी प्रताडि़त किया और जुर्म को जबरन कबूल करने के लिए दबाव बनाया था'. 

  1. अशोक ने न्‍यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि 'मैं बहुत दर्द में हूं'.
  2. पुलिस ने उन्‍हें (अशोक को) बहुत मारा. उल्टा लटकाया- अशोक की पत्‍नी
  3. अशोक कुमार बुधवार को भोंडसी जेल से रिहा हुआ.

दरअसल, अशोक कुमार बुधवार को भोंडसी जेल से रिहा होने के वहां से सीधे सोहना के घांबरोज गांव में अपने घर पहुंचा. यहां अशोक के साथ उनके परिजन और वकील मोहित वर्मा मौजूद थे. परिवार ने मीडिया को अशोक से ज्‍यादा बात नहीं करने दी. अशोक ने न्‍यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि 'मैं बहुत दर्द में हूं'. 

वहीं, अशोक की पत्‍नी ने हरियाणा पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि 'पुलिस ने उन्‍हें (अशोक को) बहुत मारा. उन्‍हें उल्टा लटकाया गया, अत्याचार किया और यहां तक कि अपराध कबूल करने के लिए नशीली दवाइयां दी गई'. 

 

 

उल्‍लेखनीय है कि रायन इंटरनेशनल स्कूल के बस कंडक्टर अशोक कुमार को बुधवार को जेल से रिहा किया गया, जिसके बाद 76 दिनों तक हिरासत में रहने के बाद वह अपने घर पहुंचा. कुमार के वकीलों ने उसकी जमानत का आदेश जेल प्रशासन को बुधवार को अपराह्न् तीन बजे के बाद सौंपा और औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उसे देर शाम जेल से रिहा कर दिया गया.

उल्लेखनीय है कि 42 वर्षीय कुमार को ठीक उसी दिन गिरफ्तार कर लिया गया था, जिस दिन सात वर्षीय प्रद्युम्न का शव स्कूल के बाथरूम में पाया गया था. उसका गला रेता हुआ था. इसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 22 सितंबर को प्रद्युम्न हत्या मामले को सुलझाने की जिम्मेदारी ली और आठ नवंबर को उसी स्कूल के कक्षा-11 के छात्र को गिरफ्तार किया था.

सीबीआई के निष्कर्ष के अनुसार, वरिष्ठ छात्र ने अपने जूनियर की हत्या इसलिए कर दी, क्योंकि वह उस दिन अभिभावक शिक्षक बैठक और यूनिट परीक्षा को स्थगित कराना चाहता था. सीबीआई के मुताबिक 'हत्यारा पढ़ाई में कमजोर है'.

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