NAMO ऐप पर राहुल गांधी ने उठाया सवाल, PMO ने कहा- कांग्रेस अध्यक्ष को नहीं है टेक्नोलॉजी का ज्ञान
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NAMO ऐप पर राहुल गांधी ने उठाया सवाल, PMO ने कहा- कांग्रेस अध्यक्ष को नहीं है टेक्नोलॉजी का ज्ञान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐप 'NaMo' का डाटा र्थड पार्टी को शेयर किए जाने की बात पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया है.

NAMO ऐप से डाटा लीक होने के विवाद पर राहुल गांधी न तंज कसने वाला ट्वीट किया है.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऐप 'NaMo' का डाटा र्थड पार्टी को शेयर किए जाने की बात पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया है. राहुल ने लिखा है, 'हाय! मेरा नाम नरेंद्र मोदी है. मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं. जब आप मेरे आधिकारिक ऐप में साइनअप करते हैं तब मैं आपका सारा डेटा अमेरिकी कंपनियों को अपने दोस्तों को दे देता हूं.' कांग्रेस अध्यक्ष के इस आरोप पर प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि उन्हें और कांग्रेस को टेक्नोलॉजी की जानकारी नहीं है. पीएमओ ने कैंब्रिज एनालिटिका को डेटा चोरी करने के लिए कांग्रेस का ब्राह्मास्त्र बताया है. साथ ही कहा है कि राहुल इस खुलासे से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं.

  1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के NAMO ऐप पर उठे सवाल
  2. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर उठाया सवाल
  3. विवाद के बाद NAMO ऐप में किया गया बदलाव
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इससे पहले पीएमओ की तरफ से ये भी कहा गया है कि मीडिया हाउस भी अपने ऐप के लिए थर्ड पार्टी सर्विस का इस्तेमाल करते हैं. ताकि वह अपने पाठक तक अच्छे से खबरें पहुंचा सकें. 

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इस वजह से NAMO ऐप पर शुरू हुआ विवाद
फ्रांस के रिसर्चर ने इलियट एल्डरसन का दावा है कि नरेंद्र मोदी ऐप यूज करने वाले यूजर्स का डाटा उनसे पूछे बिना थर्ड पार्टी के साथ शेयर किया जा रहा है. उन्होंने दावा किया है कि यूजर्स की ईमेल, फोटो, नाम, जेंडर समेत कई निजी जानकारी in.wzrkt.com नाम की वेबसाइट के साथ शेयर की जा रही है. बता दें कि नरेंद्र मोदी ऐप बीजेपी ने डेवलप कराया है. सरकार के मुताबिक NAMO ऐप को 50 लाख से ज्यादा यूजर्स ने डाउनलोड कर रखा है. 

आमतौर पर ऐप पॉलिसी के मुताबिक जब किसी थर्ड पार्टी को यूजर का डाटा शेयर किया जाता है तो पहले यूजर की परमिशन ली जाती है, लेकिन इस ऐप में ऐसा नहीं है.

विवाद के बाद ऐप में किया गया बदलाव
NAMO ऐप को लेकर विवाद शुरू होने पर इसकी सेटिंग में बदलाव किया गया है. पहले इसे यूज करने के लिए फोन में मौजूद मैसेज, फोटो, वीडियो और अन्य डाटा शेयर करने की परमिशन देनी ही पड़ती थी. इनकार करने पर एप यूज नहीं कर सकते थे.

विवाद के बाद नरेंद्र मोदी ऐप की सेटिंग बदलकर नया नियम जोड़ा गया. अब अगर कोई अपना डाटा शेयर नहीं करना चाहता तो इससे इनकार कर सकता है. वह गेस्ट यूजर की तरह एप इस्तेमाल कर पाएगा.

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