राजस्थान में सियासी संकट पर पूनिया बोले- कांग्रेस के पास बहुत कम समय बचा..
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1369108

राजस्थान में सियासी संकट पर पूनिया बोले- कांग्रेस के पास बहुत कम समय बचा..

 कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान पर सतीश पूनिया ने चुटकी ली. और कहा कि राज्य सरकार  जब कांग्रेस विधायक स्वेच्छा और विवेक से अपना इस्तीफा दे रहे हैं तो फिर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को उन्हें स्वीकार कर लेना चाहिए था. 

राजस्थान में सियासी संकट पर पूनिया बोले- कांग्रेस के पास बहुत कम समय बचा..

Ajmer News:  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर अजमेर पहुंचे जहां उन्होंने लोहागल के होटल में आयोजित भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में शिरकत की.

यह भी पढ़ें - राजस्थान कांग्रेस में खुलेआम बगावत, आलाकमान को अनसुना कर, मंत्री शांति धारीवाल के घर पर विधायकों की बैठक

इस मौके पर उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कांग्रेस में चल रहे सियासी घमासान पर चुटकी ली. और कहा कि राज्य सरकार  जब कांग्रेस विधायक स्वेच्छा और विवेक से अपना इस्तीफा दे रहे हैं तो फिर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को उन्हें स्वीकार कर लेना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ . इसके पीछे कौन है यह जनता जानती है. 

राजस्थान के चुनाव  का इंतजार करेंगे क्योंकि अब कांग्रेस के पास बहुत कम समय बचा है. क्योंकि राजस्थान में इस तरह के हालात  2018 से ही बने हुए हैं. पार्टी में आपसी कलह का नुकसान आम जनता को उठाना पड़ रहा है और इस पूरी स्थिति के पीछे कांग्रेस आलाकमान है. साथ ही जनता यह भी जनती है कि इस पूरी पटकथा के रचयिता कौन है? लेकिन इस पूरे घटनाक्रम से प्रदेश की जनता परेशान है. पूनिया ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी 2023  चुनावों के लिए अपनी पूरी तैयारियों  के साथ  मैदान में उतरेगी और पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आएगी

 उन्होंने बताया कि कांग्रेस की कलह के कारण प्रदेश की जनता परेशान है और इसमें आलाकमान के साथ ही प्रदेश कांग्रेस और सरकार के मुख्य नेता जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि अब पायलट को खुद अपना भविष्य तय करना होगा.

इसके साथ ही उन्होंने  बताया कि बीजेपी पूरे घटनाक्रम को लेकर वेट एंड वॉच की स्थिति में है. कांग्रेस की कलह 2018 से ही जगजाहिर है लेकिन इसके बावजूद भी भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए  पर अब सब कुछ स्पष्ट हो गया है. ऐसे में प्रदेश को लेकर भारतीय जनता पार्टी चिंतित है लेकिन वह इस घटना को लेकर कुछ नहीं करेगी. केवल इंतजार करेगी. 
2023 के लिए पार्टी जी जान से जुटी
साथ ही  2023 को लेकर पार्टी अपनी तैयारियों में जोर शोर से जुटी है. इसीलिए अलग-अलग स्थानों पर बीजेपी मोर्चा की ओर से सम्मेलन आयोजित  किए जा रहे है. साथ ही पार्टी कार्यकर्ता आम जनता के बीच सरकार की जनविरोधी नीतियों को  सामने लेकर जा रहे हैं जिससे कि राजस्थान में एक बार फिर बीजेपी की सरकार बने और आम जनता को केंद्र और राजस्थान के लिए लागू की गई योजनाओं का लाभ मिल सके.

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश को देश की जनता ने कांग्रेस को उनकी नीतियों और कार्यों के चलते नकार दिया है लेकिन वह फिर भी अपनी अंतिम असफल कोशिश कर रही है. भारत जोड़ो जैसे पाखंड कर कोई फायदा नहीं होगा. भारत को पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोड़ दिया है लेकिन कांग्रेस उसे तोड़ने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में गिर पढ़कर कांग्रेस की सरकार बनी थी और बनने के बाद दोनों मुख्यमंत्री मैदान में उतर गए और उनके नारे भी लगे थे और यही कच कच लगातार जारी है और इसी के कारण आज यह हालात बने हैं.

Reporter: Ashok Bhati

Trending news