जयपुर से जलसंकट पर ग्राउंड रिपोर्ट: तापमान 45 पार,पानी सप्लाई हो रहा 96 घंटे बाद,घर छोड़ने को मजबूर लोग
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जयपुर से जलसंकट पर ग्राउंड रिपोर्ट: तापमान 45 पार,पानी सप्लाई हो रहा 96 घंटे बाद,घर छोड़ने को मजबूर लोग

जयपुर न्यूज: एक तरफ तापमान 45 पार हो चुका है, ऐसे में लोगों को पानी के लिए समस्या का सामना करना पड़ रहा है. पानी सप्लाई 96 घंटे बाद सप्लाई हो रहा है. इस वजह से लोग घर छोड़ने को मजबूर हैं.

जयपुर से जलसंकट पर ग्राउंड रिपोर्ट: तापमान 45 पार,पानी सप्लाई हो रहा 96 घंटे बाद,घर छोड़ने को मजबूर लोग

Jaipur: राजस्थान में मई के महीने में झुलसा देने वाली गर्मी के बीच जलसंकट की स्थिति पैदा होने लगी है. तापमान 45 पार हो गया है,लेकिन पानी की सप्लाई 96 घंटे में एक बार हो रही है. प्रदेश के कई कस्बों में पीएचईडी 4 दिन में केवल एक बार ही पानी की सप्लाई कर रहा है.

मई में मरुधरा की भूमि जल रही 

मई में मरूधरा की भूमि जल रही है. आसमान से आग के शोले बरस रहे हैं. तापमान 45 पार पहुंच गया है,लेकिन पानी 96 घंटे में एक बार मिल रहा है. भीषण गर्मी के बीच 10 शहरी कस्बों में पीएचईडी 4 दिन में सिर्फ एक बार ही पानी की सप्लाई कर रहा है. जिस कारण पेयजल संकट गहरा रहा है. जलदाय विभाग के जिम्मेदार शहरी चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता जलसंकट को लेकर कुछ बोलने को तैयार नहीं. लेकिन जलसंकट से त्रस्त जनता का हलक सूख रहा,फिर भी वे लगातार अपनी पीड़ा बयां कर रहे है. 

मरूधरा ये कस्बे जहां सबसे ज्यादा जलसंकट

जिला          कस्बा             तापमान          पेयजल सप्लाई का दावा

बाडमेर       सिवाना,बालोतरा        45.7         96 घंटे में 1 बार

जालौर        भीनवाल             44.3          96 घंटे में 1 बार

सीकर       सवाईमाधोपुर           42           96 घंटे में 1 बार

नागौर     मकराना                 39           96 घंटे में 1 बार

दौसा     बसवा,बांदीकुई,दौसा        37           96 घंटे में 1 बार

राजसमंद   देवगढ,आमेठ            36           96 घंटे में 1 बार

जयपुर से 90 किलोमीटर दूर जलसंकट

जयपुर से 90 किलोमीटर दूर विराटनगर की तस्वीर भी कुछ इसी तरह के पानी के संकट को बयां कर रही है.जहां कुएं है,घरों में पानी के कनेक्शन है,लेकिन पानी नहीं.यहां जलदाय विभाग 3 दिन में एक बार पानी की सप्लाई का दावा कर रहा है.लेकिन जब जी मीडिया की टीम ग्राउंड जीरो पर पहुची तो लोगों ने बताया कि यहां 7-15 दिन में एक बार पानी की सप्लाई होती है और वो भी 10-20 मिनट के लिए. यहां हर घर में हैडपंप तो लगे है,लेकिन इन हैडपम्प से पानी नहीं आता.बल्कि ये इसलिए  लगा रखे है ताकि नल से पानी खींच सके. लोगों का कहना है कि पानी की समस्या के कारण लोग विराटनगर को छोड़कर जा रहे हैं,घरों पर ताले लगे हैं.

हैरानी की बात तो ये है कि यहां जलदाय विभाग समय से पानी की सप्लाई नहीं करता,इसलिए लोगों को जलदाय विभाग के दफ्तर आकर पानी भरकर लेकर जाना पड़ता है. कोई ठेले पर पानी भरकर लेकर जाता है तो कोई पैदल. महिलाओं के लिए दूर दराज से पानी लाना अब आम हो गया है.

यहां 72 घण्टे में एक बार पानी

इसके साथ साथ सिरोही,गुलाबपुरा,गंगापुरा,लाडनूं,डीडवाना,मेहतासिटी,परबतसर,कामां,नीमजा,सादडी,बाडमेर,समदडी में भी 72 घंटे के भीतर सिर्फ एक बार सप्लाई का दावा किया जा रहा है. इसके अलावा 95 कस्बों में 48 घंटे में पानी की सप्लाई हो रही है.

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