सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी के यू-टर्न को लेकर संघ ने साधा निशाना
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सुप्रीम कोर्ट में राहुल गांधी के यू-टर्न को लेकर संघ ने साधा निशाना

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज उच्चतम न्यायालय में कहा कि वह इस बारे में अपने बयान के एक-एक शब्द पर कायम हैं कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे संघ था। इस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सवाल खड़ा किया कि कांग्रेस नेता के रख में यू-टर्न क्यों आ गया और वह दो साल तक मामले में मुकदमे से क्यों बचते रहे।

नई दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज उच्चतम न्यायालय में कहा कि वह इस बारे में अपने बयान के एक-एक शब्द पर कायम हैं कि महात्मा गांधी की हत्या के पीछे संघ था। इस पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सवाल खड़ा किया कि कांग्रेस नेता के रख में यू-टर्न क्यों आ गया और वह दो साल तक मामले में मुकदमे से क्यों बचते रहे।

संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा, ‘तो फिर राहुल गांधी एक के बाद एक बहाने से दो साल तक मुकदमे से कैसे बचते रहे? क्या वह सच का सामना करने से डरते हैं? वह यू-टर्न लेते रहते हैं।’ इससे पहले आज दिन में राहुल ने उच्चतम न्यायालय में कहा था कि वह महात्मा गांधी की हत्या के पीछे आरएसएस के शामिल होने वाले अपने बयान के एक-एक शब्द पर कायम हैं और महाराष्ट्र की एक अदालत में मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार हैं जिसने उन्हें मामले में आरोपी के तौर पर सम्मन जारी किये थे।

राहुल की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने अदालत की खंडपीठ से कहा, ‘मैं एक-एक शब्द पर कायम हूं। मैं कभी अपने शब्द वापस नहीं लूंगा। मैं कल भी इस पर कायम था, आज भी कायम हूं और भविष्य में भी रहूंगा। मैं मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार हूं।’ कांग्रेस उपाध्यक्ष ने 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मुंबई के पास भिवंडी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि संघ के लोगों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी। इसके बाद संघ के एक स्थानीय पदाधिकारी ने राहुल के खिलाफ संगठन की छवि खराब करने के मामले में मानहानि का मामला दर्ज कराया था। बाद में कांग्रेस नेता ने मामले को रद्द करने के लिए उच्चतम न्यायालय का रख किया।

राहुल ने इस सप्ताह के शुरू में ट्वीट किया था, ‘मैं संघ के नफरत वाले और विभाजनकारी एजेंडा से लड़ना कभी नहीं छोड़ूंगा। मैं अपने हर शब्द पर कायम हूं जो मैंने कहे थे।’ राहुल के इस बयान पर सवाल खड़ा करते हुए आरएसएस ने कहा कि क्या कांग्रेस नेता अपने हलफनामे की बात कर रहे हैं या अपने सार्वजनिक भाषणों में बोले ‘झूठ’ की बात कर रहे हैं। संघ ने राहुल से माफी मांगने को कहा।

मनमोहन वैद्य ने ट्विटर पर लिखा, ‘आरएसएस के बारे में कहे अपने हर शब्द पर कायम हूं : राहुल गांधी। कौन से शब्द, अदालत में दाखिल हलफनामे में या सार्वजनिक भाषण में बोले ‘झूठ’ के बारे में?’ उच्चतम न्यायालय में अपने हलफनामे में राहुल ने पहले कहा था कि उन्होंने गांधी की हत्या करने वाले संगठन के तौर पर कभी संघ को जिम्मेदार नहीं ठहराया था।

संघ के आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा गया है, ‘राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को झूठ बोलना बंद करना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।’ ‘सत्यमेव जयते-द ट्रूथ ट्राइंफ्स’ शीर्षक से डाले गये एक पोस्ट में संघ ने साल 2003 में ‘द स्टेट्समैन’ द्वारा मांगी गयी माफी का जिक्र किया। साल 2000 में अखबार में छपे एक संपादकीय पर कानूनी लड़ाई के बाद माफी मांगे जाने का जिक्र है। संघ ने कहा था, ‘क्या राहुल गांधी और कांग्रेस सचाई को सम्मान देते हैं और लिखित में ऐसा माफीनामा देकर यह गारंटी देंगे कि वह या उनकी पार्टी कभी भविष्य में झूठ नहीं बोलेंगे।’

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