भारत की सत्विगा श्रीधर ने जीता यूनिसेफ का पहला 'क्लाइमेट कॉमिक कांटेस्ट'
Advertisement
trendingNow1354668

भारत की सत्विगा श्रीधर ने जीता यूनिसेफ का पहला 'क्लाइमेट कॉमिक कांटेस्ट'

 जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे के प्रति बच्चों को जागरूक करने के मकसद से यूनिसेफ ने क्लामेट कॉमिक कंटेस्ट का आयोजन किया था. इस प्रतियोगिता के लिए दुनिया के 99 देशों से करीब 3,000 कॉमिक चरित्र आए.

21 वर्ष की सत्विगा श्रीधर फाइन आर्ट की स्टूडेंट हैं

नई दिल्ली: जिस समय दुनियाभर के वैज्ञानिक धरती को बचाने की कोशिश में जुटे थे तभी जन्म होता है 'लाइट' (Light) का. 'लाइट' में कार्बनडाई आक्साइट को ऑक्सीजन में बदलने की शक्ति होती है. धरती की हालत को देखकर वह धरती को बचाने में जुट जाता है. इसी 'लाइट' ने न्यूयार्क में यूनिसेफ के क्लामेट कॉमिक कंटेस्ट में पहला पुरस्कार जीता है. और इसे बनाया है चेन्नई की 21 वर्षीय सथ्विगा श्रीधर ने. जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे के प्रति बच्चों को जागरूक करने के मकसद से यूनिसेफ ने क्लामेट कॉमिक कंटेस्ट का आयोजन किया था. इस प्रतियोगिता के लिए दुनिया के 99 देशों से करीब 3,000 कॉमिक चरित्र आए. इसमें जजों के अलावा देशभर से कराई वोटिंग में सथ्विगा श्रीधर के 'लाइट' को सबसे ज्यादा पसंद किया गया. 'लाइट' को अगले साल 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस के मौके पर यूनिसेफ द्वारा जारी किया जाएगा.    

श्रीधर ने बताया कि उसे इस बात से बहुत खुशी है कि उसका 'लाइट' दुनियाभर के लोगों द्वारा पसंद किया गया है. उसने बताया कि 'लाइट' बच्चों को जलवायु परिवर्तन को लेकर जागरूक करने का काम करेगा. श्रीधर को उसके परिवार में प्यार से सोना भी कहते हैं.  सोना बताती है कि 2015 में तमिलनाडु में आए चक्रवाती तूफान 'वरदा' ने भारी तबाही मचाई थी. श्रीधर ने भी अपने परिवार के साथ इस तूफान की तबाही को झेला था.

बहुत अधिक विषली हवा के संपर्क में रहते हैं 30 करोड़ बच्चे : यूनिसेफ

उसे याद है कि किस तरह तूफान के दौरान लोग खाने-पीने के लिए तरस गए थे. चेन्नई हर साल भारी बारिश की तबाही को झेलता है. मौसम के इन बदलावों ने ही उनके मन में आधा मानव और आधा पेड़ के शरीर वाले 'लाइट' ने आकार लिया. 

Trending news