शरद यादव ने दक्षिण भारतीय महिलाओं पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, विवाद
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शरद यादव ने दक्षिण भारतीय महिलाओं पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, विवाद

शरद यादव द्वारा दक्षिण भारतीय महिलाओं पर की गई टिप्पणी को ‘नस्लवादी’ और महिलाओं के विरूद्ध करार देते हुए उनके विरोधियों ने उनकी आलोचना की लेकिन जदयू अध्यक्ष ने इन आलोचनाओं से अप्रभावित हुए बिना कहा कि वह तो केवल उस क्षेत्र के महिलाओं की तारीफ कर रहे थे।

शरद यादव ने दक्षिण भारतीय महिलाओं पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, विवाद

नई दिल्ली : शरद यादव द्वारा दक्षिण भारतीय महिलाओं पर की गई टिप्पणी को ‘नस्लवादी’ और महिलाओं के विरूद्ध करार देते हुए उनके विरोधियों ने उनकी आलोचना की लेकिन जदयू अध्यक्ष ने इन आलोचनाओं से अप्रभावित हुए बिना कहा कि वह तो केवल उस क्षेत्र के महिलाओं की तारीफ कर रहे थे।

सर्वोत्तम सांसद का सम्मान हासिल कर चुके यादव ने कहा कि वह तो केवल गोरी चमड़ी वाले लोगों के पक्ष में सामाजिक एवं सांस्कृतिक झुकाव होने को रेखांकित कर रहे थे।

यादव ने गुरुवार को राज्यसभा में बीमा विधेयक के दौरान चर्चा में भाग लेते हुए कहा था, ‘‘दक्षिण भारत की महिलाओं का शरीर भी उतना ही सुंदर होता है जितनी वह सुंदर होती हैं। वे हमारे क्षेत्र में उतनी सुंदर नहीं मानी जाती जबकि उन्हें (दक्षिण भारतीयों की तरह) नाचना भी आता हैं।’’ भाजपा एवं कांग्रेस ने उनकी टिप्पणी की भर्त्सना की।

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्र ने कहा, ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने ऐसी टिप्पणी की, वह भी बीमा विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए। यह बेहद दुखद बात है कि उन्होंने महिलाओं को इस तरह से पेश किया। इससे एक तरह का नस्लवाद पता चलता है।’’ कांग्रेस की प्रवक्ता शोभा ओझा ने कहा कि वह यादव के बयान की भर्त्सना करती हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों से अनुरोध करूंगी कि वे महिलाओं के बारे में गरिमा एवं सम्मान के साथ बातचीत करें और उनके बारे में कोई हल्की टिप्पणी नहीं करें।’’ बहरहाल, यादव ने कहा, ‘‘मैं तो देश के उस क्षेत्र की महिलाओं के शरीर की बनावट की सराहना कर रहा था। यह उनकी नृत्य प्रतिभा के कारण होती है। हम लोगों की सुदंरता की तारीफ करते हैं, भले ही वे पुरूष हो या स्त्री।’’

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