पालघर उपचुनाव में हार के बाद बोले उद्धव ठाकरे- BJP को अब सहयोगियों की जरूरत नहीं
Advertisement
trendingNow1405717

पालघर उपचुनाव में हार के बाद बोले उद्धव ठाकरे- BJP को अब सहयोगियों की जरूरत नहीं

गौरतलब है कि बीजेपी-शिवसेना के रिश्ते पिछले काफी समय से अच्छ नहीं चल रहे हैं. शिवसेना लगातार केंद्र और महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर रुख अपना रही है.

 पालघर उपचुनाव में हार के बाद बोले उद्धव ठाकरे- BJP को अब सहयोगियों की जरूरत नहीं

मुंबई : महाराष्ट्र के पालघर लोकसभा सीट में हार के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मांग की है कि पालघर संसदीय लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव का परिणाम घोषित न किया जाए. शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मतगणना में कुछ विसंगतियां सामने आई हैं. इसलिए हम अपील करते हैं कि जब तक इन विसंगतियों को हल नहीं कर लिया जाए तब तक रिजल्ट घोषित नहीं किया जाए.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी महाराष्ट्र की जनता का अपमान किया है. उन्होंने कहा बीजेपी की जीत का प्रतिशत लगातार गिर रहा है. उद्धव ने यह भी कहा कि 4 सालों में बीजेपी ने लोकसभा में बहुमत गंवा दिया है. ठाकरे ने कहा कि बीजेपी को अब सहयोगियों की जरूरत नहीं रह गई है.  पीटीआई के मुताबिक बीजेपी के राजेंद्र गावित ने शिवसेना के श्रीनिवास वनगा को 29,574 वोटों से हराकर पालघर लोकसभा उपचुनाव जीत लिया है.  

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक शिवसेना द्वारा पालघर लोकसभा सीट पर चुनाव परिणाम घोषित नहीं किए जाने की मांग को चुनाव आयोग ने खारिज कर दिया है. पालघर सीट पर जीत दर्ज करने वाले बीजेपी के उम्मीदवार को राजेंद्र गवति को पालघर कलेक्टर द्वारा जीत का सर्टिफिकेट दे दिया गया है.

बता दें बीजेपी ने पालघर उपचुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था. यहां बीजेपी सांसद चिंतामन वांगा के निधन के बाद पालघर में उपचुनाव कराया गया है. शिवसेना ने उनके ही बेटे को चुनाव मैदान में उतारा था जिससे बीजेपी नाराज हो गई थी. महाराष्ट्र के सीएम फडणवीस ने हाल में कहा था कि शिवसेना ने पालघर लोकसभा उपचुनाव में दिवंगत सांसद चिंतामन वनगा के बेटे को चुनाव मैदान में उतारकर बीजेपी को धोखा दिया है. 

गौरतलब है कि बीजेपी-शिवसेना के रिश्ते पिछले काफी समय से अच्छ नहीं चल रहे हैं. शिवसेना लगातार केंद्र और महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार पर हमलावर रुख अपना रही है. कई मुद्दों पर शिवसेना ने विपक्षी दलों के सुर में सुर मिलाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की है. 

भंडारा-गोदिया में जीती एनसीपी
वहीं दूसरी तरफ भंडारा - गोंदिया लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में एनसीफी प्रत्याशी मधुकर कुकड़े ने जीत दर्ज की. इस संसदीय सीट पर भाजपा सांसद नाना पाटोले के लोकसभा और पार्टी से इस्तीफा देने के कारण उपचुनाव की जरुरत पैदा हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली की खुलेआम आलोचना करने के बाद पाटोले ने लोकसभा की सदस्यता और पार्टी छोड़ दी थी. बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गये थे जिससे उनका पुराना संबंध था. 

Trending news