सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केसः जज बीएच लोया की मौत पर शुक्रवार को SC करेगा सुनवाई
Advertisement
trendingNow1364293

सोहराबुद्दीन एनकाउंटर केसः जज बीएच लोया की मौत पर शुक्रवार को SC करेगा सुनवाई

याचिका दायर वाले पत्रकार का कहना है कि लोया की रहस्यमयी मौत की निष्पक्ष जांच कराने की जरुरत है, ताकि सच दुनिया के सामने आ सके.

सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)

नई दिल्लीः सीबीआई न्यायाधीश बी एच लोया की मौत की स्वतंत्र जांच कराने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा. महाराष्ट्र के पत्रकार बी आर लोन की याचिका पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के प्रमुख न्यायाधीश दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति ए एम खानविलकर और न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ की पीठ ने इस पर विचार किया. याचिका दायर वाले पत्रकार का कहना है कि लोया की रहस्यमयी मौत की निष्पक्ष जांच कराने की जरुरत है, ताकि सच दुनिया के सामने आ सके.

  1. बीएच लोया की मौत पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई.
  2. संदिग्ध परिस्थितियों में हुुई थी बीएच लोया की मौत.
  3. सोहराबुद्दीन एनकाउंट केस से जुड़े हुए हैं मौत के तार.
  4.  

यह भी पढ़ें: कोर्ट ने सोहराबुद्दीन मामले की सुनवाई की रिपोर्टिंग से मीडिया को रोका

संदिग्ध परिस्थियों में हुई मौत
सीबीआई न्यायाधीश बी एच लोया कि 1 दिसंबर 2014 को नागपुर में दिल का दौरा पड़ने  से मौत हो गई थी. माना जाता है कि बी एच लोया उस वक्त अपने सहकर्मी की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए जा रहे थे कि अचानक उनके सीने में दर्द हुआ और उनकी मौत हो गई. 

क्या है सोहराबुद्दीन एनकाउंट केस
कहा जाता है कि सोहराबुद्दीन शेख और उनकी पत्नी कौसर बी को गुजरात एटीएस ने तब अगवा किया जब वो हैदराबाद से महाराष्ट्र जा रहे थे. ऐसा कहा जाता है कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कांस्टेबल अजय परमार से कहा था कि वो एटीएस कार्यालय के पीछे पड़ी बाइक को लेकर आए. बाइक पर सवार होकर राजस्थान पुलिस का एक कांस्टेबल बाइक पर सवार होकर ठीक उसी गाड़ी के पीछे चल रहा था जिसमें सोहराबुद्दीन सवार था.

यह भी पढ़ें: सोहराबुद्दीन मामला: अमित शाह को मिली क्लीनचिट के खिलाफ अर्जी SC ने की खारिज

कास्टेबल थोड़ी दूर चला ही था कि अचानक बाइक से कूद गया, सोहराबुद्दीन को भी चलती कार से नीचे धक्का देकर सड़क पर गिरा दिया गया. इस दौरान दोनों को ही गंभीर चोटें लगी. चोट लगने के बाद पुलिस के 4 अधिकारियों ने अपनी ही बंदूक से 8 गोलियां सोहराबुद्दीन पर दागी, जिससे उसकी मौत हो गई. सोहराबुद्दीन की मौत के बाद से ही उसकी पत्नी लापता है. कहा जाता है कि इस मामले का सिर्फ एक ही प्रत्यक्षदर्शी प्रजापति भी था, जिसकी 2016 में हत्या कर दी गई थी.

यह भी पढ़ें: MP: शारीरिक शोषण के बाद मंगेतर ने किया शादी से इनकार, परेशान युवती ने खाया जहर

23 आरोपी पर मुकदमे
नवंबर 2005 में हुई कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में पुलिसकर्मी समेत कुल 23 आरोपियों पर मुकदमे चल रहे हैं. बाद में यह मामला सीबीआई को सौंपा गया और मुकदमे को मुंबई भेज दिया गया था. तब से इस मामले की सुनवाई लंबित पड़ी हुई हैं. 

Trending news